महिला आरक्षण बिल पर राज्यसभा में चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह सभापति से माफी मांगी और कहा कि राज्यसभा में जो भी हुआ उसके लिए उन्हें खेद है.
उन्होंने बिल पर विपक्ष के समर्थन के लिए धन्यावाद भी दिया. उन्होंने ने कहा कि महिलाओं को हर मोर्चे पर लड़ना पड़ाता है. उन्होंने आरक्षण को महिलाओं को सशक्त बनाने की कड़ी बताते हुए कहा कि यह हमारे लिए एक पर्व की तरह है. ये एक अहम कदम है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की तरक्की में महिलाओं का अहम योगदान है. इसिलए यह विधेयक विकास के लिए जरूरी कदम की तरह है. उन्होंने यह भी कहा कि ये बिल किसी के खिलाफ नहीं है. कानून मंत्री विरप्पा मोईली ने चर्चा के दौरान कहा कि आज हम अपनी मां को कुछ दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह मां का कर्ज चुकाने जैसा है. मोईली ने यह भी कहा कि इस विधेयक से अल्पसंख्यकों का नुकसान नहीं है.