समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस नेता और मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा को दिमागी रूप से कमजोर करार देते हुए कहा है कि केंद्र सरकार को उन्हें राज्य सरकार के सुपुर्द कर देना चाहिए, ताकि उनकी दिमागी बीमारी का इलाज करवाया जा सके. सपा बेनी के उस बयान पर प्रतिक्रिया दे रही थी, जिसमें मंत्री जी ने अपनी ही पार्टी की खिंचाई करते हुए दावा किया था कि कुछ नेता सपा की 'बी' टीम की तरह काम कर रहे हैं.
बेनी का कहना था कि पिछले 20 साल से सूबे में कांग्रेस को कांग्रेसी हराते रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेसी नेता ने उनके बेटे को हरवाने के ऐवज में सपा से 5 करोड़ रुपये लिए. बेनी ने राहुल गांधी का बचाव करते हुए कहा कि आलाकमान को सब बता दिया गया है और जल्द ही कार्रवाई होगी.
पढ़िए बेनी का पूरा बयान, खुद को ही हराती है हमेशा कांग्रेस
उधर बेनी के बयान के बाद सपा के बयानवीर भी खुंखार हो गए. जुबानी तमीज भूल तंज भरे जुमले उछाले जाने लगे. कांग्रेस और बसपा समेत कई दलों की परिक्रमा के बाद अब सत्ता के मोह में सपा से जुड़े हरदोई के नेता और सांसद नरेश अग्रवाल बोले कि ‘बेनी दिमागी रूप से बीमार हैं. उनकी उम्र का असर होगा. हम केंद्र से कहेंगे कि इलाज के लिए बेनी को राज्य सरकार के हवाले कर दें. यहां आगरा समेत कई जगहों पर अच्छे मेंटल अस्पताल हैं. वह पक्के तौर पर ठीक हो जाएंगे, और तब कांग्रेस के ज्यादा काम आएंगे. और कम से कम यूपी में इस तरह के बयान नहीं देंगे.’
उधर बीजेपी ने इस मौके को लपकते हुए अपना आरोप दोहराया कि कांग्रेस में पैसे लेकर टिकटों की बंदरबांट होती है. बीजेपी प्रवक्ता मुख्तार अब्बास नकवी बोले, ‘पता नहीं उन्होंने कितना पैसा लेकर टिकट लिया है. कांग्रेस में टिकट बेचने की दुकानें लगी हुई हैं. अब वही बताएंगे कितने में क्या बिका.’
उधर राज्य कांग्रेस में भी बेनी के बयान के बाद खलबली है. राज्य कांग्रेस के नेता अखिलेश प्रताप सिंह के मुताबिक, ‘हमें विधानसभा चुनावों में संगठन कमजोर होने के चलते राहुल जी के प्रचार का लाभ नहीं मिला. अगर किसी वरिष्ठ नेता के पास इस तरह की सूचना है, तो वह पार्टी फोरम पर सूचना दें, ताकि चीजों पर बात हो सके, कार्रवाई हो सके.