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देवयानी लड़े सपा के टिकट पर चुनाव, संसद में पहुंच करें अमेरिका का विरोधः आजम खान

उत्तर प्रदेश के कद्दावर मंत्री और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खान ने अमेरिकी बदसलूकी का शिकार हुई भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागडे को रामपुर से लोकसभा से चुनाव लडऩे का न्योता दिया है. आजम ने कहा कि देवयानी इस जिल्लत भरी नौकरी को छोडक़र रामपुर से चुनाव लड़ें और संसद में पहुंचकर अमेरिका का पुरजोर विरोध करें.

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देवयानी को रामपुर से आकर चुनाव लड़ने का न्योता दिया आजम खान ने
देवयानी को रामपुर से आकर चुनाव लड़ने का न्योता दिया आजम खान ने

उत्तर प्रदेश के कद्दावर मंत्री और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खान ने अमेरिकी बदसलूकी का शिकार हुई भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागडे को रामपुर से लोकसभा से चुनाव लडऩे का न्योता दिया है. आजम ने कहा कि देवयानी इस जिल्लत भरी नौकरी को छोडक़र रामपुर से चुनाव लड़ें और संसद में पहुंचकर अमेरिका का पुरजोर विरोध करें. गौरतलब है कि कुछ महीने पहले आजम खान भी अमेरिका इसी तरह की बदसलूकी से दो चार हो चुके हैं. वे उस समय अमेरिका में कुंभ मेले की सफलता पर व्याख्यान देने गए थे.

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आजम ने अमेरिका में तैनात भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागडे के साथ अमरीकी प्रशासन द्वारा मर्यादाओं से परे किए गये गंदे व्यवहार की कड़े शब्दों में निन्दा करते हुये इस बात पर बेहद अफ़सोस ज़ाहिर किया कि भारतीय संस्कृति व हिन्दुत्व के अलंबरदार बीजेपी जैसे दलों ने देवयानी के साथ हुये अमरीकी सुलूक को कैसे बर्दाश्त किया, किसी ने कोई ख़ास प्रतिक्रिया नहीं दी. यहां तक कि वीएचपी जैसा संगठन बिल्कुल ख़ामोश रहा. उन्होंने कहा कि इन लोगों की यह चुप्पी एक हैरानी की बात है.

आज़म खां ने कहा कि अमरीका एक ऐसा देश है जो वर्षों से ख़ासकर हिन्दुस्तानियों के साथ अमर्यादित व्यवहार करता आ रहा है, यहां तक कि उसने इस देश के अति सम्मानित व्यक्तियों को भी नहीं बख़्शा है. अमेरिका पहुंचने पर खु़द उनके साथ भी ऐसा ही जि़ल्लतभरा व्यवहार किया गया था, जिसके खिलाफ़ उन्होंने वहीं से फौरन विरोध किया था और इस शर्मनाक व अपमान भरे व्यवहार पर अपना सख्त रोष दर्ज कराया था, जब कि बहुत से भारतीय जो इस दुर्व्यवहार के शिकार हुए, उन्होंने कई वर्षों बाद इसे उजागर किया.

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फिलवक्त रामपुर से जया प्रदा सांसद हैं. साल 2009 में वह सपा के टिकट पर चुनाव जीती थीं और उस वक्त आजम खान पार्टी में नहीं थे. बाद में जया और उनके राजनीतिक गुरु अमर सिंह सपा छोड़ चले गए और आजम वापस पार्टी में आ गए.

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