उत्तर प्रदेश के सीतापुर इलाके से समाजवादी पार्टी के टिकट पर लगातार चौथी बार विधायक चुने गए महेंद्र कुमार सिंह उर्फ झीन बाबू गोवा में एक डांस बार में कॉल गर्ल के साथ पकड़े जाने के बाद खबरों में हैं. मगर उनके इलाके सीतापुर के लोगों का कहना है कि सब जानते हैं कि झीन बाबू नेपाल और गोवा हर तीन महीने में ‘आराम’ करने जाते थे. अपने इलाके में झीन बाबू दुर्गा मां के भक्त की छवि भी बनाना चाहते थे औऱ हर साल दुर्गा नवरात्र पर भव्य कार्यक्रम करवाते थे, जिसमें भोजपुरी स्टार आकर परफॉर्म करते थे और इन्हें देखने हजारों की भीड़ जुटती थी.
दलित लड़की से रेप के आरोपों के चलते गए जेल
महेंद्र सिंह समाजवादी नेता मुख्तार अनीस के चेले थे. मगर 1989 के बाद उनकी किस्मत बदली, जब ब्याह हुआ मुलायम सिंह यादव के करीबी और सपा के कद्दावर नेता भगवती सिंह की बेटी से.1994 में एक दलित लड़की से रेप के आरोपों के चलते उन्हें जेल जाना पड़ा. बाद में इस मामले में वह बरी हो गए.
1996 में पहली बार चुनाव लड़े और विधायक बने
महेंद्र सिंह का सपा में ससुर के चलते रसूख तो बढ़ा, मगर किस्मत तब खुली जब उनके राजनैतिक गुरु मुख्तार अनीस ने उनका नाम अपने राजनैतिक वारिस के तौर पर आगे बढ़ाया.अनीस की सीह बेहटा से झीन बाबू चुनाव लड़े और जीते. उसके बाद से वह लगातार चार बार विधायक बन चुके हैं.
मुलायम सिंह ने काट दिया था टिकट इस बार
2011 के चुनाव में सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने महेंद्र सिंह का टिकट काटकर अनीस के बेटे जहीर अब्बास को टिकट दे दिया था. जहीर ने इलाके में प्रचार भी शुरू कर दिया था. मगर आखिरी वक्त में परिवार के जरिए दबाव बनाकर झीन बाबू अपना टिकट बचा ले गए. जहीर को नजदीकी लहारपुर से टिकट मिला, जहां से वह चुनाव हार गए. मगर झीन बाबू फिर से विधानसभा पहुंचने में सफल रहे.उन्होंने कांग्रेस के कद्दावर नेता डॉ. अम्मार रिजवी को पटखनी दी.
बीमारी के चलते सीधे खड़े नहीं हो सकते विधायक जी
महेंद्र सिंह स्कोलिओसिस बीमारी से पीड़ित हैं. रीढ़ की हड्डी की इस बीमारी के चलते वह सीधा खड़ा नहीं हो सकते.मगर फिर भी वह कितने सक्रिय हैं, इसे पूरे देश ने देख लिया है. महेंद्र सिंह के इलाके के लोग आरोप लगाते हैं कि इस बार विधायक बनने के बाद से उनके समर्थकों की गुंडई बहुत बढ़ गई है. वे पिछले साल बांबना गांव में दलितों के घरों को आग लगाने की घटना का हवाला देते हैं.