समाजवादी पार्टी (सपा) ने सोमवार को कहा कि वह सरकारी नौकरियों में अनुसूचित जातियों एवं जनजातियों को प्रोन्नति के दौरान आरक्षण का प्रावधान करने वाले विवादास्पद 117वें संविधान संशोधन विधेयक के खिलाफ मतदान करेगी.
सपा नेता मोहन सिंह ने यह आरोप भी लगाया कि सरकार इस मुद्दे पर राजनीतिक दलों पर दबाव बनाने के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) का इस्तेमाल कर रही है.
उन्होंने कहा, 'जब भी यह विधेयक आएगा, हम इसके खिलाफ मतदान करेंगे. हम संसद के भीतर भले ही अकेले विरोध करें, लेकिन संसद के बाहर हमारे साथ बहुत लोग हैं.'
उन्होंने कहा, 'हमने पहले ही स्वीकार किया है कि हम पर सीबीआई का दबाव है.'
सिंह ने कांग्रेस की खिल्ली उड़ाते हुए कहा, 'सभी भ्रष्ट नेता लोकप्रिय क्षेत्रीय दलों में हैं, इसलिए वे इसका उपयोग राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के लालू प्रसाद, सपा के मुलायम सिंह और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के करुणानिधि परिवार के खिलाफ करेंगे.'
उन्होंने कहा, 'कांग्रेस में तो कोई भ्रष्ट नेता है ही नहीं. राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन में इतना बड़ा घोटाला हुआ, लेकिन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के आश्वासन के बावजूद कुछ नहीं हुआ.'
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) जहां इस विधेयक को पारित कराने के लिए सरकार पर दबाव डाल रही है, वहीं सपा ने चेतावनी दी है कि यदि इस विधेयक को पारित कराया गया तो वह सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) को बाहर से दिए जा रहे अपने समर्थन पर फिर से विचार करेगी.
उल्लेखनीय है कि प्रोन्नति में आरक्षण मुद्दे पर संसद की कार्यवाही बार-बार बाधित होती आ रही है.