जिस शख्स ने एक-दो लोगों को नहीं, बल्कि 24 लाख लोगों को चूना लगाया, अब वह पुलिस की गिरफ्त में है. बताया जा है कि स्पीक एशिया कम्पनी का मास्टरमाइंड यही शख्स है, जिसका नाम रामनिवास पॉल है. रामनिवास ने अपने भाई रामसुमिरन पॉल और एक दोस्त मनोज शर्मा के साथ मिलकर 2200 करोड़ की ठगी की.
पुलिस के मुताबिक, रामनिवास पॉल इंडियन एयरफोर्स में काम कर चुका है, लेकिन 2004 में उसे वहां से कोर्ट मार्शल कर दिया गया. वहां से निकलने के बाद रामनिवास ने एक टीवी स्टार के साथ मिलकर काम किया, लेकिन उस टीवी स्टार के साथ पट नहीं पाई. इसके बाद ही उसने मनोज शर्मा के साथ मिलकर जालसाजी का एक ऐसा जाल बुना, जिसमें 24 लाख लोगों ने अपनी गाढ़ी कमाई गंवा दी.
एडिश्नल सीपी क्राइम रविन्द्र यादव ने बताया कि साल 2010 में रामविलास ने स्पीक एशिया नाम की कम्पनी सिंगापुर में रजिस्टर कराई. उसके निशाने पर वो निवेशक थे, जो कम पैसा देकर ज्यादा आमदनी करना चाहते थे. लिहाजा उसने ऐसी स्कीम बनाई, जिसमें महज 11 हजार रुपये के बदले एक साल बाद 52 हजार रुपये देने का वादा किया गया. लोगों ने बिना सोचे-समझे 11-11 हजार रुपये लगा दिए और परिणाम यह हुआ कि 11 हजार भी हाथ न लगे.
शुरू में निवेशकों का भरोसा जीतने के लिए इन जालसाजों ने कुछ लोगों को मुनाफा दिया भी, लेकिन बाद में करीब 24 लाख निवेशकों को सैकड़ों करोड़ का चूना लगाकर चंपत हो गए.
पूरी प्लानिंग के साथ फंसाया गया लोगों को
इस कम्पनी ने ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपने झासे में लेने के लिए जालसाजी के कई जाल बुने. रामनिवास और उसके साथियों ने गोवा और दिल्ली के तालकटोरा में स्पीक एशिया का सालाना कार्यक्रम भी किया, जिसमें बॉलीवुड की कई हस्थियों को परफॉर्म करने के लिए बुलाया गया था. यही नहीं, गोवा के लिए तो इन लोगों ने एक स्पेशल ट्रेन भी चलवा दी.
बॉलीवुड में लगाया था पैसा, 210 अकांउट फ्रीज
पूछताछ में पता चला है कि रामनिवास पॉल अब रियल एस्टेट की दुनिया में भी कदम रखने जा रहा था. पॉल ने इसके लिए देहरादून और दिल्ली में जगह देखनी शुरू भी कर दी थी. इसके अलावा जांच में ये भी साफ हुआ है कि उसने बॉलीवुड में भी पैसा लगाया था और कुछ फिल्में भी प्रोड्यूस की थी. प्रवर्तन निदेशालय ने ये पता लगाया है कि रामसुमिरन ने करीब 900 करोड़ दूसरे देशों मे भी जमा कर रखे हैं. इससे पहले इन लोगों के करीब 210 एकांउट फ्रीज भी किए जा चुके हैं और अब भी करीब 150 अकाउंट्स की जांच की जा रही है.
पुलिस को मनोज शर्मा की तलाश
पुलिस के मुताबिक, कई राज्यों में इनके खिलाफ मामला दर्ज था, लेकिन दिल्ली में कोई एफआईआर नहीं थी. रामनिवास के भाई रामसुमिरन की गिरफ्क्तारी के बाद पुलिस के सामने पीतमपुरा इलाके का एक शिकायतकर्ता सामने आया है, जिसने इनके झांसे में आकर अपने 24 लाख रुपये गंवाने की बात कही है. पुलिस अब मनोज शर्मा की तलाश कर रही है.