पहले से ही करोड़ों के घोटाले को अंजाम देने का आरोप झेल रही ऑनलाइन सर्वे कंपनी स्पीक एशिया ने फिर से चली है एक बेहद शातिर चाल. मुंबई की आर्थिक अपराध शाखा ने किया है बड़ा खुलासा जिसके तहत स्पीक एशिया अपने निवेशकों को उनका बकाया पैसा लौटाने के दावे कर रही है लेकिन वो सारे दावे झूठे हैं.
मुंबई पुलिस के आर्थिक अपराध शाखा के प्रमुख राजवर्धन ने आज तक के सामने इस बात का खुलासा किया कि स्पीक एशिया PANELIST ASSOCIATION की दी जा रही सारी जानकारी पूरी तरह झूठी और गलत हैं. ना ही स्पीकएशिया ने कोई EXIT OPTION शुरु किया है, ना ही किसी बैंक ने स्पीकएशिया को ऐसे किसी विकल्प पर अमल करने की अनुमति दी है और ना ही किसी निवेशक के बैंक खाते में कोई पैसा क्रेडिट हुआ है.
पुलिस की माने तो स्पीक एशिया की ये नई रणनीति अपने लाखों पैनलिस्ट के गुस्से को शांत करने के लिए है. आरोपों की सफाई के लिए आज तक ने स्पीक एशिया के सीईओ मनोज कुमार से भी संपर्क किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला और ना ही स्पीक एशिया के किसी पैनलिस्ट ने अपनी बात रखने की कोशिश की.
दरअसल अभी भी मुंबई पुलिस को स्पीक एशिया के कई बडे चेहरों की तलाश है. मुंबई पुलिस भी जल्द ही 2600 करोड के स्पीक एशिया घोटाले पर अपनी चार्जशिट बॉम्बे हाईकोर्ट में पेश करने के लिए तैयार कर रही है.