सरकार ने संचार और आवागमन प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) से चीन एवं पाकिस्तान से लगने वाली सीमाओं पर सामरिक सड़कों और विमान क्षेत्रों के निर्माण पर ध्यान देने को कहा है.
रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने बुधवार को राज्यसभा में शोभना भरतिया के प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि भारत-चीन सीमा पर कुल 3647 किमी लंबाई की 73 सड़कें हैं. इनमें से बीआरओ को जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरूणाचल प्रदेश में कुल 3394 किमी लंबी 61 सड़कें सौंपी गई हैं.
एंटनी ने बताया कि 61 सड़कों में से कुल 556.22 किमी लंबी 14 सड़कों का काम पूरा हो चुका है. 42 सड़कों का निर्माण कार्य प्रगति पर है और पांच सड़कों का काम शुरू नहीं हुआ है. 41 सड़कों को 2013 तक ओर शेष छह सड़कों को 2013 के बाद पूरा करने की योजना है. उन्होंने बताया कि बीआरओ को भारत-पाक सीमा पर कोई अलग सड़क पैकेज नहीं सौंपा गया है. लेकिन सीमा के समीप 10,646 किमी की कुल लंबाई वाली सड़कों की देखरेख बीआरओ कर रहा है.