कोलकाता में नेता जी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर हुई स्पाइसजेट के टेक्नीशियन की मौत के मामले की जांच नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) करेगा. घटना के करीब 48 घंटे बाद नागर विमानन मंत्रालय ने गुरुवार को इस मामले की जांच करने की बात कही है.
डीजीसीए ने कहा कि इस मामले में जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि कोलकाता में बुधवार (10 जुलाई) को टेक्नीशियन रोहित पांडेय एयरक्राफ्ट में काम कर रहा था. तभी वह मेन लैंडिंग गियर डोर में फंस गया और मौत हो गई थी.
रोहित की मौत के बाद कोलकाता एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन में 'अप्राकृतिक मौत' की शिकायत दर्ज कराई गई. नागर विमानन मंत्रालय ने कहा कि हम इस घटना से काफी दुखी हैं. डीजीसीए इस घटना की जांच और उचित कार्रवाई करेगा. स्पाइसजेट ने बयान में कहा कि हाइड्रॉलिक दरवाजे अचानक बंद हो गए जिसमें फंसकर रोहित पांडेय की मौत हो गई.
हवाईअड्डे के अधिकारी के मुताबिक वह क्यू400 विमान में राइट हैंड मैन लैंडिंग गियर व्हील वेल का काम कर रहा था, तभी लैंडिंग गियर के दरवाजे में फंस गया और मौत हो गई. बता दें कि इस तरह की घटना में मौत होने का रोहित पांडेय का पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जब कर्मचारी की किसी दुर्घटना में मौत हुई हो.
इससे पहले 6 मई को कुवैत एयरवेज के बेस हवाई अड्डे पर टेक्नीशियन की मौत हुई थी. टेक्नीशियन बोईंग 777 विमान टो कर रहा था. उसी दौरान टो बार टूट गया और उसकी चपेट में आकर टेक्नीशियन की मौके पर ही मौत हो गई थी.