भारतीय सेना ने मध्य प्रदेश के महू में स्पाइक एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (एटीजीएम) का सफल परीक्षण किया. इस दौरान सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत भी मौजूद रहे. मिसाइल को बंकर बस्टर मोड में इस्तेमाल किया जाएगा. इसका इस्तेमाल पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी कैंप के खिलाफ किया जा सकता है.
भारत ने 240 स्पाइक मिसाइलों के लिए इजरायल के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है. बालाकोट में वायु सेना की कार्रवाई के बाद ही स्पाइक मिसाइल के लिए समझौता हुआ. भारतीय वायु सेना के बालाकोट ऑपरेशन के बाद स्पाइक टैंक मिसाइल का अधिग्रहण किया गया है. बालाकोट में सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक कर जैश के आतंकी शिविरों को तबाह किया था.
#WATCH The newly-acquired Spike anti-tank guided missiles test fired at Mhow in Madhya Pradesh, yesterday. pic.twitter.com/RBIw9GkLWh
— ANI (@ANI) November 28, 2019
बता दें कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान के साथ सरहद पर तनावपूर्ण माहौल चल रहा है. पाकिस्तान की ओर से लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर फायरिंग की जा रही है. पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान संयुक्त राष्ट्र संघ के मंच से युद्ध का राग अलाप चुके हैं. इमरान के अलावा उनके कई मंत्री भी एटमी युद्ध की धमकी देते रहे हैं.
मिसाइल में क्या है खास
स्पाइक एलआर चौथी पीढ़ी की मिसाइल है जो चार किलोमीटर तक की दूरी पर सटीक निशाना लगा सकती है. मिसाइल में फायर करने की क्षमता, निगरानी व अपडेट करने की क्षमता है, जो पिनप्वाइंट पर फायर करने की सुविधा देती है. यह मिसाइल मध्य उड़ान के दौरान कई लक्ष्यों के लिए स्विच करने की क्षमता रखती है. इसे फायर करने वाले व्यक्ति के पास इसे लो या हाई ट्रजेक्टरी से फायर करने का विकल्प होता है.
मिसाइल में एक इनबिल्ट सीकर होता है, जो इसे फायर करने वालों को दो मोड में इस्तेमाल करने की सुविधा देता है, जिसमें दिन (सीसीडी) व रात (आईआईआर) मोड शामिल है. डुअल सीकर मिसाइल की विश्वसनीयता को बढ़ाता है, जो पहले ही 2011 में भारतीय सेना की ओर से फील्ड इवैल्यूएशन के दौरान 90 फीसदी से ज्यादा साबित हो चुका है. इसमें शामिल किए जाने व प्रशिक्षण के बाद से यह पहली बार है कि भारतीय सेना के जवानों ने मिसाइल का अभ्यास किया है.(आईएएनएस से इनपुट)