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सरकार बताए, अर्थव्यवस्था सुधारने के लिए कितना चाहिए, शोभन सरकार उतना सोना पैदा कर देंगे

बदहाल अर्थव्यवस्था और रुपये की घटती कीमत से जूझ रही भारत सरकार सिर्फ ये बताए कि आर्थिक हालात सुधारने के लिए, पाउंड के मुकाबले रुपये को मजबूत करने के लिए उसे कितना सोना चाहिए. कानपुर के शोभन सरकार उतना सोना पैदा कर देंगे.

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शोभन सरकार के सहयोगी स्वामी ओम
शोभन सरकार के सहयोगी स्वामी ओम

बदहाल अर्थव्यवस्था और रुपये की घटती कीमत से जूझ रही भारत सरकार सिर्फ ये बताए कि आर्थिक हालात सुधारने के लिए, पाउंड के मुकाबले रुपये को मजबूत करने के लिए उसे कितना सोना चाहिए. कानपुर के शोभन सरकार उतना सोना पैदा कर देंगे. ये किसी अंध भक्ति की गप्प नहीं शोभन सरकार के सहयोगी, सेवक और प्रवक्ता स्वामी ओम का दावा है.गौरतलब है कि ये वही शोभन सरकार हैं, जिनके सपने के चलते सरकार एक पुराने मंदिर के इर्द-गिर्द सोने का खजाना पाने के लिए खुदाई कर रही है. साधु का दावा है कि खुदाई से 1000 टन सोना मिलेगा. देश के सोने के रखवाले रिजर्व बैंक के पास अभी 557 टन सोना है. यानी उसका लगभग दो गुना.

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29 खरब रुपये का खजाना है यहां

मसला कुछ यूं शुरू हुआ कि कानपुर देहात के एक साधु शोभन सरकार ने दावा किया कि उन्हें सपने में उन्नाव के दिवंगत रावा राव बख्श सिंह मिले. उन्होंने बताया कि अमुक जगह एक हजार टन सोना जमा है.अगर आज के सोने के रेट के हिसाब से इसकी कीमत आंकें तो 29 खरब रुपये के लगभग बैठती है.

सपने में नहीं आए, खुद प्रकट हुए राजा

शोभन सरकार के प्रवक्ता के शेख चिल्ली दावे यहीं नहीं थमते. स्वामी ओम का कहना है कि आप मीडिया वाले गलत बता रहे हैं कि खजाने के बारे में शोभन सरकार ने सपना देखा और फिर कांग्रेसी मंत्री चरण दास महंत के जरिए पीएम तक अपनी बात पहुंचाई. स्वामी ओम के मुताबिक राजा राव बख्श सिंह सपने में नहीं आए थे, बल्कि साक्षात प्रकट हुए थे. तभी उन्होंने सरकार से सोना निकलवाने की बात कही थी.

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घोड़े पर घूमता था मरा हुआ राजा

अब एक और धुंआधार बयान सुनिए इन प्रवक्ता स्वामी का. इनके मुताबिक दिवंगत राजा राव बख्श पांच साल पहले तक इस इलाके में घोड़े पर सवार होकर घूमा करते थे. वे किले के आस पास घूमा करते थे. उन्हें इस इलाके के कई लोगों ने देखा है. स्वामी के मुताबिक गांव दौड़िया खेड़ा का बच्चा-बच्चा आपको इसके बारे में बताएगा. माता चंद्रिका का मंदिर बना है. वहां भी राजा जाते थे. वहां के दुकानदार घोड़े की टाप के बारे में बताएंगे.

आपको बता दें कि उन्नाव के इस गांव में सबसे बड़े खजाने की खोज शुक्रवार से शुरू हो रही है. एक हजार टन सोना दबा होने का सपना एक साधु ने देखा. उसी सपने का पीछा करते हुए पुरातत्व विभाग की टीम वहां पहुंच गई है. ये और बात है कि अफसर खुदाई के पीछे सपने वाली बात मानने को तैयार नहीं.

 

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