स्पॉट फिक्सिंग मामले में राजस्थान रॉयल टीम के मालिक राज कुंद्रा की मुश्किलें बढ़ती नज़र आ रही है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल राज कुंद्रा से आज करीब 11 घंटे से ज्यादा पूछताछ की. कुंद्रा से आज की पूछताछ पूरी हो गई है और वो मुंबई रवाना हो गए हैं.
पुलिस सूत्रों के हवाले से खबर है कि कुंद्रा पर फिक्सिंग में नहीं बल्कि सट्टेबाजी में शामिल होने का आरोप है. उनसे ज्यादातर पूछताछ भी सट्टेबाजी के मामले पर ही हुई. पुलिस ने उनसे टीम की मालिकाना जिम्मेदारी के बारे में भी सवाल किए. पुलिस ने उनसे पूछा कि खिलाड़ियों को बुकीज से मिलने की छूट क्यों थी, तो उन्होंने कहा कि खिलाड़ी अपने गेस्ट के तौर पर लोगों को बुलाते थे.
खबर है कि राज कुंद्रा के दोस्त उमेश गोयनका फिक्सिंग मामले में सरकारी गवाह बन गए हैं और धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराया है. पुलिस ने राज और उनके दोस्त उमेश गोयनका को खिलाड़ी सिद्धार्थ त्रिवेदी से आमने-सामने पूछताछ के लिए बुलाया. गोयनका और कुंद्रा एक दूसरे को 15 साल से जानते हैं. उमेश का खिलाड़ियों से मिलना-जुलना भी था.
इस बीच, कुंद्रा ने ट्विटर पर लिखा है कि पुलिसवालों ने उनसे काफी गहराई से सवाल-जवाब किए. कुंद्रा ने पुलिसवालों का शुक्रिया अदा करते हुए लिखा है कि पुलिसवाले क्रिकेट की सफाई के लिए बढ़िया काम कर रहे हैं और वास्तव में वही हीरो हैं.
राजस्थान रॉयल्स के तीन खिलाड़ी पहले से ही फिक्सिंग मामले में फंसे हुए हैं. सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में सरकारी गवाह बन चुके खिलाड़ी सिद्धार्थ त्रिवेदी ने पुलिस को बताया था कि राज कुंद्रा के एक दोस्त ने उनसे संपर्क किया था औऱ मैच और पिच के बारे में जानकारी चाही थी.
राज कुंद्रा से स्पेशल सेल ने क्या-क्या पूछा?
सूत्रों के मुताबिक, स्पेशल सेल ने राज कुंद्रा ने कई सवाल पूछे. राज कुंद्रा से टीम के बारे में पूरी जानकारी मांगी गई है. सूत्रों के मुताबिक स्पेशल सेल ने राज कुंद्रा से पूछा कि क्या उनको टीम में कभी भी फिक्सिंग की भनक लगी. पुलिस उनसे ये भी जानने की कोशिश कर रही है कि क्या किसी खिलाड़ी ने मैनेजमेंट को ये बताया था कि बुकी उनसे संपर्क की कोशिश कर रहे हैं. खबर है कि दिल्ली पुलिस राज कुंद्रा के जवाब से संतुष्ट नहीं है.
राजस्थान रॉयल्स की शिकायत पर ही पुलिस ने ब्रीच ऑफ ट्रस्ट का केस दर्ज किया है. चूंकि वो शिकायतकर्ता हैं इसलिए उनका बयान भी दर्ज होना है.
गौरतलब है कि मंगलवार को दिल्ली पुलिस ने श्रीसंत, चंदीला और चव्हाण समेत 26 लोगों के खिलाफ मकोका लगा दिया. पुलिस ने दलील दी थी कि क्रिकेट के इस खेल की चालें दाऊद इब्राहिम और अनीस इब्राहिम तय कर रहे हैं. अब इन दोनों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की जा सकती है. इस बीच मकोका कोर्ट ने श्रीसंत, चंदीला और सभी आरोपी सटोरियों को 18 जून तक के लिए जुडिशल कस्टडी में जेल भेज दिया है.