गुरुवार को देश ने दो बड़े सितारों के तारे गर्दिश में डूबते देखा. एक ओर आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग की उड़ान भर रहे थे श्रीसंत, लेकिन दिल्ली पुलिस के हाथ उनके गिरेबां तक पहुंच गए और फिर उनकी मुश्किलें बढ़ गईं. गुरुवार की रात श्रीसंत को दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल की हिरासत में बिताना पड़ा. पुलिस उनसे रात 11 बजे तक पूछताछ करती रही. स्पेशल सेल के सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक बीती रात श्रीसंत खूब रोये.
दूसरी ओर आर्म्स एक्ट में दोषी करार संजय दत्त ने भी टाडा कोर्ट में सरेंडर कर दिया और इसके साथ ही साढ़े तीन साल की उनकी सजा शुरू हो गई. गुरुवार को आर्थर रोड जेल में उन्होंने सजा की पहली रात काटी. बैरक नंबर 12 में अकेले कटी उनकी सजा की ये पहली रात. सूत्रों के मुताबिक वो देर रात तक जागते रहे और सुबह 6 बजे ही जाग भी गए. मुंबई के ऑर्थर रोड जेल में संजय दत्त को रखा गया कसाब वाले बैरक में, जिंदाल था पड़ोसी, वकील ने कोर्ट में जताया एतराज.
पुलिस के सवालों के बीच रोते रहे श्रीसंतआईपीएल के तीनों दागी क्रिकेटरों से दिल्ली पुलिस ने रात को पूछताछ की. स्पेशल सेल के सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक बीती रात श्रीसंत खूब रोये. श्रीसंत फूटफूट कर रोते रहे और कुछ खाया भी नहीं. हालांकि पुलिसवालों के काफी दबाव देने पर उन्होंने 2 चम्मच चावल खाया.
इसके बाद श्रीसंत से पुलिसवालों ने फिक्सिंग से जुड़े सवाल किए लेकिन ज्यादातर सवालों पर वो खामोश रहे. उधर अजीत चंडीला ने पूछताछ के बीच-बीच में आराम भी किया लेकिन तीसरे आरोपी क्रिकेटर अमित चव्हाण पुलिस की ज्यादातर सवालों पर चुप रहे. खबर है कि अंकित चव्हाण ने पुलिस के सामने स्पॉट फिक्सिंग में शामिल होने की बात कबूल ली है.
गौरतलब है कि पुलिस रिमांड पर पांच दिनों के लिए भेजे जाने के बाद श्रीसंत, अजीत चंडीला और अंकित चव्हाण को दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने अपने पास रखा और गुरुवार की रात पूछताछ कर कुछ नए सुराग ढूंढने की कोशिश की. स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में इन तीन खिलाड़ियों के अलावा ग्यारह बुकी को भी गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस श्रीसंत, चंडीला और चव्हाण के कॉल डिटेल्स भी खंगाल रही है. साथ ही पुलिस इन क्रिकेटरों के ई-मेल अकाउंट, लैपटॉप के कंटेंट, बैंक अकाउंट और इन अकाउंट से किए गए ट्रांजेक्शन की भी जांच कर रही है.
आर्म्स एक्ट में दोषी बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त ने भी टाडा कोर्ट में सरेंडर कर दिया. लंबी-चौड़ी कानूनी प्रक्रिया के बाद उन्हें आर्थर रोड जेल भेज दिया गया. संजू बाबा को वैसे तो सजा पुणे के यरवाडा जेल में काटनी है. लेकिन, ज्यादा रात हो जाने के कारण गुरुवार को उन्हें मुंबई के आर्थर रोड जेल में ही रहना पड़ा.
संजय दत्त इससे पहले भी 551 रातें सलाखों के पीछे काट चुके हैं. लेकिन तब वो बतौर मुल्जिम जेल में थे. मुजरिम संजय दत्त की सजा की ये पहली रात थी.
जब संजय दत्त आर्थर रोड जेल लाए गए, तो सबसे पहले उनकी पहचान हुई. जेल प्रशासन ने उनकी फोटो खींची. संजय दत्त अपने साथ एक बैग लेकर आए थे. बैग में तीन किताबें थीं, टुथ ब्रश, पेस्ट, एक ट्राउजर, एक-एक शर्ट और टी-शर्ट और उनकी रोज की दवाएं थीं. बैग चेक करने के बाद संजय दत्त को बैरेक नंबर 12 में भेज दिया गया. कोर्ट के आदेश के मुताबिक, उनके लिए घर से ही खाना बनकर आया था.
बैरेक नंबर 12 में संजू बाबा रात भर अकेले ही रहे. जेल पहुंचते ही संजय दत्त ने कहा कि वो बहुत थक गए हैं और बस आराम करना चाहते हैं. जेल की पहली रात संजू बाबा ने लगभग जागते हुए ही काट दी. वो देर रात तक जागते रहे और सुबह 6 बजे ही जाग भी गए.
आर्म्स एक्ट के विलेन संजू बाबा अब अगले करीब साढ़े तीन साल सलाखों के पीछे ही काटेंगे. इस बीच पेरोल पर वो बाहर निकल सकते हैं. लेकिन कुछ खास मौकों के लिए ही और कुछ दिनों के लिए ही और बाकी दिनों के लिए जेल की चारदीवारी ही उनकी तकदीर का हिस्सा है.