श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे शुक्रवार को भारत की यात्रा पर आएंगे. इस दौरान वह वाराणसी, सारनाथ, बोधगया और तिरुपति जा सकते हैं.
प्रधानमंत्री की कमान संभालने के बाद महिंदा राजपक्षे की यह पहली विदेश यात्रा होगी. उनकी यात्रा के दौरान भारत और श्रीलंका के बीच कई समझौते भी होंगे. इसके साथ ही दोनों देशों के बीच डिफेंस, संस्कृति और पर्यटन, ट्रेड और मौजूदा सियासी हालात पर भी चर्चा होगी.
बता दें कि राजपक्षे का नवंबर 2019 में पदभार संभालने के बाद यह भारत का पहला दौरा होगा और नई श्रीलंकाई सरकार के एक सदस्य से नई दिल्ली में तीसरी उच्चस्तरीय मुलाकात होगी.
राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे पदभार ग्रहण करने के बाद पहली विदेश यात्रा पर भारत आए थे और उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के साथ वार्ता की. इससे पहले श्रीलंका के विदेश मंत्री दिनेश गुणावर्धने ने विदेश मंत्री एस.जयशंकर के साथ बातचीत की थी.
श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे 7 से 11 फरवरी तक भारत की यात्रा पर रहेंगे और इस दौरान वे दोनों देशों के संबंधों के विविध आयामों पर व्यापक चर्चा करेंगे. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा था, 'श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे 7 फरवरी को भारत आएंगे. उनका सरकारी कार्यक्रम 8 फरवरी से शुरू होगा.'
उन्होंने बताया कि श्रीलंका के प्रधानमंत्री के साथ एक उच्च स्तरीय शिष्टमंडल भी आ रहा है. उन्होंने कहा कि राजपक्षे अपनी यात्रा के दौरान यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ शिष्टमंडल स्तर की बैठक करेंगे. महिंदा राजपक्षे यहां राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मिलेंगे. विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ भी उनकी बैठक होगी.