तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम करुणानिधि ने श्रीलंकाई शरणार्थी तमिलों को भारत की नागरिकता देने की मांग की है. करुणानिधि के मुताबिक श्रीलंकाई तमिल अपने ही देश में बेगाने हो गए हैं, उन्हें मदद की जरूरत है.
केंद्र से बातचीत की गुजारिश
श्रीलंकाई तमिल शरणार्थियों पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम करुणानिधि की हमदर्दी अब छलकने लगी है. करुणानिधि चाहते हैं कि ये शरणार्थी अब यहीं के होकर रह जाएं. कांचीपुरम में डीएमके संस्थापक सी एन अन्नादुरै के जन्मशती समारोह के आखिरी दिन अन्ना अवार्ड लेने के बाद करुणानिधि ने कहा कि तमिलनाडु में मौजूद श्रीलंकाई शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता मिलनी चाहिए. तमिलनाडु में श्रीलंकाई तमिल स्थायी रूप से रह सकें, इसके लिए केंद्र सरकार को इस मुद्दे पर बात करना चाहिए. उन्होंने यह भी जोड़ा कि डीएमके के सांसदों को संसद में ये मुद्दा उठाना चाहिए.
श्रीलंकाई तमिलों के पक्ष में प्रस्ताव
अन्ना जन्मशती समारोह में श्रीलंकाई तमिलों के लिए एक प्रस्ताव भी पास किया गया. प्रस्ताव में कहा गया है कि श्रीलंकाई तमिल अपने ही देश में शरणार्थियों जैसा जीवन जी रहे हैं. भारत सरकार को इस पर आवाज उठानी चाहिए. शरणार्थियों को कैंप से हटाकर उनके मूल जगहों पर बसाना चाहिए. करुणानिधि के मुताबिक 1 लाख से ज्यादा श्रीलंकाई तमिल तमिलनाडु में शरण लिए हुए हैं.