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श्रीश्री के करीबियों में एक रहे अमरनाथ मिश्रा अब क्यों हैं उनसे खफा?

अमरनाथ मिश्रा के मुताबिक श्रीश्री रविशंकर न तो हिंदू पक्षकारों से बात कर रहे हैं और ना ही मुसलमान पक्षकारों से. वह अब तक सिर्फ चुनिंदा मुस्लिम नेताओं से मिल रहे हैं, जिनका विवाद के समाधान में कोई खास रोल नहीं होने वाला.

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श्रीश्री रविशंकर (फाइल फोटो)
श्रीश्री रविशंकर (फाइल फोटो)

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ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के एग्जीक्यूटिव मेंबर रहे सलमान नदवी के खिलाफ 5 हजार करोड़ की डील का आरोप लगाने वाले अमरनाथ मिश्रा श्री श्री रविशंकर से खासे खफा नजर आए. उन्होंने आजतक से बातचीत में कहा कि श्रीश्री रविशंकर को मंदिर मामले में न तो आरएसएस पूछ रहा है, न हीं वीएचपी और ना ही कोई हिंदू पक्षकार. यहां तक कि श्रीश्री रविशंकर का विरोध अयोध्या में भी शुरू हो गया है.

अमरनाथ मिश्रा के मुताबिक श्रीश्री रविशंकर न तो हिंदू पक्षकारों से बात कर रहे हैं और ना ही मुसलमान पक्षकारों से. वह अब तक सिर्फ चुनिंदा मुस्लिम नेताओं से मिल रहे हैं, जिनका विवाद के समाधान में कोई खास रोल नहीं होने वाला.

अमरनाथ मिश्रा ने कहा कि श्रीश्री की वजह से उनका महत्व नहीं है बल्कि, उनका महत्व रामलला की वजह से है और वह राम के भक्त हैं ना कि श्रीश्री रविशंकर के.

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'आरोप सिवाय पागलपन के कुछ भी नहीं'

अमरनाथ मिश्रा के आरोपों पर मौलाना नदवी ने कहा कि ये कोई बेहद घटिया आदमी है. ये क्रैक है क्योंकि कोई पांच हजार करोड़ की बात कर ही नहीं सकता. उन्होंने कहा कि इस तरह की डील तो हुकूमतें कर सकती हैं, लेकिन सरकार क्या ये चाहेगी कि अयोध्या को मक्का बनाए. अगर सरकार करती तो बात ठीक लग सकती थी लेकिन ये सिवाय पागलपन के कुछ भी नहीं.

नदवी ने अमरनाथ मिश्रा को बताया भिखारी

नदवी ने कहा कि पैसे की डील अगर मुझे करनी होती तो मोदी जी से करता. आरएसएस के भागवत जी से करता, जिनके पास कुछ है ये तो बेचारा भिखारी है. इसका दिमाग ठीक नहीं है. मेरी गुजारिश है कि ये जिस भी ओहदे पर है इसे उससे हटा दिया जाए. रविशंकर जी से गुजारिश है कि इसे अब वहां आने ना दिया जाए.

उन्होंने कहा कि मेरी समझौते की कोशिश जारी रहेगी. 14 मार्च को अयोध्या में मीटिंग के बाद तय होगा कि आगे क्या किया जाए.

क्या है पूरा मामला?

गौर हो कि अमरनाथ मिश्रा ने सलमान नदवी के खिलाफ पुलिस में शिकायत की है. अपनी शिकायत में मिश्रा ने नदवी पर राम मंदिर के नाम पर मस्जिद का दावा छोड़ने के एवज में 5 हजार करोड़ की डील का आरोप लगाया.

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राम जन्मभूमि सद्भावना समिति के अध्यक्ष अमरनाथ मिश्रा ने नदवी पर बुधवार को आरोप लगाया था कि अयोध्या का इस्लामीकरण करना चाहते हैं. मिश्रा ने कहा था कि यह फॉर्मूला दरअसल उनका था जो उन्होंने 5 फरवरी को सलमान नदवी और दूसरे मुस्लिम नेताओं को दिया था, लेकिन उसी मुलाकात के दौरान सलमान नदवी ने इस डील के एवज में 5000 करोड़ रुपए, अयोध्या में 200 एकड़ जमीन और राज्यसभा की एक सीट मांगी थी.

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