पश्चिम बंगाल के प्रसिद्ध गंगासागर मेले में एक बार फिर मकर संक्रांति के मौके पर भगदड़ मचने से 6 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है, जबकि 15 से ज्यादा लोग जख्मी बताए जा रहे हैं. घायलों में तीन हालत गंभीर बताई जा रही है. हालांकि राज्य सरकार ने गंगासागर में भगदड़ मचने की खबर को गलत बताया है, सरकार का कहना है कि श्रद्धालुओं की मौत 'नैचुरल डेथ' है. सरकार ने मारे गए लोगों के परिवार वालों को 5-5 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस भगदड़ में लोगों की मौत पर दुख जताया और मृतकों के परिजन को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया.
दरअसल कोलकाता से 100 किलोमीटर दूर दक्षिण चौबीस परगना जिले में स्थित सागर द्वीप पर हर साल मकर संक्रांति के मौके पर गंगासागर मेले का आयोजन होता है. ये हादसा गंगासागर के कुचुबेरिया इलाके में हुआ है. भगदड़ की चपेट में आने से गंगासागर से टीएमसी विधायक बंकिम हाजरा भी घायल हुए हैं, उन्हें रुद्रनगर अस्पताल ले जाया गया है.
कोलकाता लौटते वक्त हादसा
जानकारी के मुताबिक ये हादसा रविवार शाम 4:30 बजे हुआ, जब बड़े तादाद में श्रद्धालु दिन ढलने से पहले गंगासागर से कोलकाता वापस लौटने का इंतजार कर रहे थे. टीएमसी का कहना है कि हादसे के बाद रेस्क्यू टीम मौके पर मौजूद है और हालात अब कंट्रोल में है.
गंगासागर के विधायक भी घायल
इससे पहले साल 2010 में गंगासागर मेले में भगदड़ मचने से सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 12 घायल हो गए थे. मारे गए लोगों में 6 महिलाएं और एक बच्चा है. मकर संक्राति के दिन यह भगदड़ उस समय मची थी जब श्रद्धालु स्नान के लिए जाने के वास्ते एक नौका पर चढ़ने का प्रयास कर रहे थे.
(Gangasagar) West Bengal: Stampede in Gangasagar fair, 1 dead. More details awaited pic.twitter.com/wp1fCKsPUf
— ANI (@ANI_news) January 15, 2017
मोक्ष की प्राप्ति के लिए गंगासागर में डुबकी
मकर संक्रांति पर गंगासागर में डुबकी लगाने के लिए दुनिया के विभिन्न भागों से तीर्थयात्री, साधु-संत आते हैं और संगम में स्नान कर सूर्यदेव को अर्ध्य देते हैं. मान्यता है कि मकर संक्रांति पर गंगासागर की तीर्थयात्रा सैकड़ों तीर्थयात्राओं के बराबर है. यही नहीं, लाखों श्रद्धालु मोक्ष की कामना लेकर गंगासागर में डुबकी लगाते हैं.
गंगासागर के बारे में
भारत की नदियों में सबसे पवित्र गंगा, गंगोत्री से निकल कर पश्चिम बंगाल में जहां उसका सागर से मिलन होता है, उस स्थान को गंगासागर कहते हैं. इसे सागरद्वीप भी कहा जाता है. यहां लगने वाला गंगासागर मेला सदियों से विश्व विख्यात है. हिन्दू धर्मग्रन्थों में इसकी चर्चा मोक्षधाम के तौर पर की गई है.
एक दिन पहले पटना में हादसा
इसस पहले शनिवार को पटना के सबलपुर गंगा दियारा में मकर संक्रांति के अवसर पर नाव पलटने से 25 लोगों की मौत हो गई थी. यहां पतंगबाजी में उत्सव में शामिल होकर NDRF की नाव से वापस लौट रहे लोगों के साथ ये हादसा हुआ था. कई लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं.