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आसाराम रेप केसः पुलिस के मुताबिक पीड़िता का बयान सही

रेप के आरोपों में घिरे आसाराम बापू पर लगातार शिकंजा कसता ही जा रह‍ा है. आसाराम के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों की जांच कर रही पुलिस का कहना है कि धार्मिक गुरु के खिलाफ बलात्कार का आरोप लगाने वाली लड़की का बयान पहली नजर में सही जान पड़ता है.

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आसाराम बापू
आसाराम बापू

रेप के आरोपों में घिरे आसाराम बापू पर लगातार शिकंजा कसता ही जा रह‍ा है. आसाराम के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों की जांच कर रही पुलिस का कहना है कि धार्मिक गुरु के खिलाफ बलात्कार का आरोप लगाने वाली लड़की का बयान पहली नजर में सही जान पड़ता है.

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साथ ही आसाराम बापू से शुक्रवार को पूछताछ हो सकती है. इसके लिए जोधपुर पुलिस उन्‍हें समन भेज सकती है. दूसरी ओर, आसाराम ने खुद को बेगुनाह बताया है.

पुलिस के अनुसार लड़की के बयान की हकीकत जानने के लिए शुक्रावार को मनई गांव में आसाराम के आश्रम में उस स्थान का मुआयना किया गया, जहां लड़की के अनुसार कथित अपराध को अंजाम दिया गया था और पहली नजर में वहां के हालात लड़की के बयान से मेल खाते हैं.

पुलिस आयुक्त बीजू जार्ज जोसेफ ने भी अन्य पुलिस अधिकारियों के साथ मनई आश्रम का दौरा किया. उनका कहना है, ‘जल्द ही हमारी टीम आसाराम से पूछताछ करने जाएगी.’ उन्होंने कहा, ‘लड़की ने अपने बयान में जो तथ्य बताए हैं, हम उनकी जांच की प्रक्रिया में हैं. पहली नजर में उसके बयान और अपराध के स्थान के निरीक्षण से समानता की पुष्टि हुई.’

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उन्होंने कहा, ‘मनई गांव में जिस जमीन पर आश्रम बना है, उसके मालिक ने भी उस स्थान पर लड़की और उसके माता-पिता की मौजूदगी की पुष्टि की, जिसके बारे में इन लोगों ने अपने बयान में कहा था.’

खास बात यह है कि जमीन का मालिक रणजीत देवड़ा भी आसाराम का अनुयायी है. और उसका यह बयान कि आसाराम 12 से 16 अगस्त के बीच आश्रम में मौजूद था, आसाराम के प्रवक्ता द्वारा अहमदाबाद के मुख्य आश्रम में दिए गए बयान से मेल नहीं खाता, जिसमें प्रवक्ता ने कहा था कि आसाराम 15 अगस्त को मनई में मौजूद नहीं थे.

प्रवक्ता ने कहा था कि आसाराम 10 और 11 अगस्त को दो दिन की बैठकों में शिरकत करने के बाद जोधपुर से चले गए थे. लेकिन देवड़ा ने कहा कि आसाराम वहां 16 अगस्त तक मौजूद थे और इसी दौरान वह लड़की भी अपने माता-पिता के साथ आश्रम में मौजूद थी.

इस बीच आसाराम के समर्थको ने पूरे घटनाक्रम को उनकी बढ़ती लोकप्रियता के मद्देनजर उनके खिलाफ एक साजिश करार दिया है.

जोधपुर आश्रम में आसाराम के अनुयायियों के एक समूह ने गुरुवार को प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन पुलिस, मंडलीय आयुक्त और जिला कलक्टर को सौंपकर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की.

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जोधपुर आश्रम के प्रवक्ता चंचल राज शर्मा ने कहा, ‘यह बापू को बदनाम करने और उनके अनुयायियों की आस्था को विचलित करने की साजिश है.’ उन्होंने कहा कि आसाराम मनई आश्रम में किसी से नहीं मिले थे. शर्मा ने कहा, ‘बापू 12 से 16 अगस्त के बीच यहां अकेले थे और किसी से नहीं मिले.’

गहलोत भी रख रहे हैं मामले पर नजर
इस बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि वह खुद इस मामले को देख रहे हैं और उन्हें पुलिस आयुक्त से इस संबंध में जानकारी मिली है.

गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने 16 वर्ष की एक लड़की की इस शिकायत के बाद आसाराम के खिलाफ मामला दर्ज किया था कि आसाराम ने जोधपुर के अपने आश्रम में उसके साथ बलात्कार किया.

दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा था, ‘लड़की की मेडिकल जांच में बलात्कार की पुष्टि होने के बाद भारतीय दंड संहिता की संबद्ध धाराओं में कमला मार्केट थाने में मामला दर्ज किया गया. मामला चूंकि राजस्थान का था, इसलिए हमने उसे जोधपुर पुलिस के हवाले कर दिया.’

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