अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि ताज होटल में उनका ठहरना आतंकवाद के खिलाफ एक सशक्त संदेश है और मांग की कि भयावह मुंबई आतंकी हमले के अपराधियों को सजा मिलनी चाहिए.
मुंबई आतंकी हमले का शिकार हुए लोगों को श्रद्धांजलि देने के साथ भारत की अपनी तीन दिवसीय यात्रा शुरू करते हुए उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ बातचीत के दौरान दोनों देशों के बीच आतंकवाद विरोधी साझेदारी को और गहरा करना चाहेंगे.
अपनी पत्नी मिशेल के साथ आए ओबामा ने आगंतुक पुस्तिका पर हस्ताक्षर किए और उस पट्टिका को देखा जिस पर मुंबई आतंकी हमले में मारे गए लोगों के नाम लिखे हैं. इस अवसर पर अपने छह मिनट के भाषण में उन्होंने मुंबई और भारत की जनता की संकल्प शाक्ति और संयम की सराहना की.
उन्होंने कहा, ‘इस गतिशील शहर और ऐतिहासिक होटल से यात्रा शुरू करने के हमारे फैसले का गहरा संदेश है. जो यह जानना चाहते हैं कि क्या ऐसा एक संदेश देने के लिए किया गया है, तो मेरा सीधा जवाब है, बिलाशुब्हा.’ ओबामा जिन लोगों को संबोधित कर रहे थे उनमें 2008 में हुए उस हमले में मारे गए होटल के स्टाफ सहित अन्य लोगों के परिजन शामिल थे.
उन्होंने होटल के महाप्रबंधक कर्मवीर कांग का विशेष उल्लेख किया जो उस हमले में अपने परिजनों के मारे जाने के बावजूद 60 घंटे के उस भयावह हालात में काम करते रहे. उन्होंने कहा, ‘ताज भारतीय जनता की शक्ति का प्रतीक है.’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने उस भारतीय आया का भी जिक्र किया जिसने चाबड़ हाउस में मारे गए यहूदी दंपत्ति के बच्चे को बचाया.{mospagebreak}
ओबामा ने कहा, ‘हम 26/11 की भयावह तस्वीर को कभी नहीं भुला सकते, हम ताज होटल की उन लपटों को कभी नहीं भुला सकते, जो नवंबर 2008 में चार दिन तक आसमान पर छायी हुई थीं.’ उन्होंने कहा, ‘हम अमेरिका और भारत आज आतंकवाद रोधी सहयोग और अपनी जनता की सुरक्षा के मामले में पहले के मुकाबले अधिक नजदीकी से काम कर रहे हैं.’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि दोनों देश आतंकी हमलों से बचने के लिए खुफिया खबरों का आदान प्रदान कर रहे हैं और हमले के दोषियों को दंडित करने की भी मांग कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इस परिप्रेक्ष्य में वह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से दिल्ली में मुलाकात कर आतंकवाद रोधी सहयोग को मजबूत करने के बारे में बातचीत करेंगे.
ओबामा ने कहा कि उनकी मुंबई यात्रा इस बात का संदेश है कि हम अपनी जनता की सुरक्षा और संपन्नता को बनाये रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इस मामले में अमेरिका और भारत एकजुट हैं. भारत यात्रा को अत्यधिक सम्मान की बात कहते हुए उन्होंने कहा कि वह भारत की जनता को बताना चाहते हैं कि वह दोनों देशों के बीच साझेदारी मजबूत करने आये हैं.{mospagebreak}
नवंबर 2008 में मुंबई पर हुए आतंकी हमले का स्मरण करते हुए ओबामा ने कहा कि अमेरिकियों ने भारतीय जनता के साथ इस पूरे मंजर को देखा है और शोक व्यक्त किया है. इस हमले में पांच अमेरिकी नागरिक भी मारे गये थे. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता ने इस हमले के दौरान काफी साहस का परिचय दिया. हमले के दौरान अजनबियों ने एक दूसरे की मदद की, वर्दीधारियों ने हमले का जवाब दिया और ताज होटल के कर्मचारियों ने अन्य लोगों की जान बचाने के लिए अपनी जान की बाजी लगायी.
ओबामा ने कहा कि हिन्दू, सिख, ईसाई, यहूदी और मुस्लिमों ने एक दूसरे को बचाया. इससे दुनिया के महान धर्मों’ का यह साझा सत्य सामने आया कि हम सभी भगवान की संतान हैं. मुंबई शहर के लोगों की भावनाओं की कद्र करते हुए उन्होंने कहा कि जिन्होंने मुंबई पर हमला किया, शहर और देश के लोगों का मनोबल गिराना चाहते थे लेकिन वे विफल रहे क्योंकि अगले ही दिन मुंबई की जनता काम पर लौट आयी.
होटल के कर्मचारियों ने डयूटी पर रिपोर्ट किया और अन्य लोगों ने अपना कारोबार फिर से सामान्य रूप से शुरू कर दिया. कुछ ही हफ्तों में होटल ने आगंतुकों का स्वागत करना फिर शुरू कर दिया. संक्षिप्त भाषण के बाद ओबामा और उनकी पत्नी ने कार्यक्रम में शामिल लोगों से हाथ मिलाया, बातचीत की. जिन लोगों से उन्होंने बात की, उनमें मुंबई हमले में मारे गये लोगों के परिजन भी शामिल थे.