उत्तर भारत के कई हिस्सों में मंगलवार को मौसम में आए अचानक बदलाव के बाद तूफान ने तांडव मचाने का काम किया है. सबसे अधिक प्रभावित राजस्थान में 11 लोगों की मौत हो गई है, जबकि नब्बे से ज्यादा लोग जख्मी हो गए हैं. कई शहरों की बत्ती गुल हो गई है, जबकि पॉवर लाइन फेल होने से आगरा-मुंबई रेलवे लाइन भी बाधित हो गई है.
राजस्थान के कई हिस्सों में धूल भरी तेज अंधड़ के कारण जनजीवन और यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है. प्रदेश के बीकानेर और भरतपुर जिलों के ग्रामीण हिस्सों में अंधड़ और तूफान से कई मकानों को क्षति पहुंची है और कई पेड़ उखड़ गए हैं. पुलिस ने बताया कि तूफानजनित हादसों में भरतपुर में पांच लोगों की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए. बीकानेर में दो लोगों की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए. इसी तरह धौलपुर में तीन लोगों की मौत हो गई है.
बीकानेर में बना तेज हवा का दबाव
मौसम विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि बीकानेर में बने तेज हवा के दबाव वाले तूफान ने जोधपुर, नागौर, जयपुर, अलवर, भरतपुर और उसके आसपास के हिस्सों को अपने चपेट में ले लिया. पुलिस ने बताया कि भरतपुर में मारे गए पांच लोगों में से तीन लोगों की मौत दीवार गिरने से हुई है. भरतपुर के नगर थाना क्षेत्र में केदार और उदयसिंह अपने मकान की बाउंड्री की दीवार के नीचे बैठे हुए थे. तूफान के कारण गिरी दीवार से दोनों की मौके पर ही मौत हो गई.
भरतपुर के सेवर थाना क्षेत्र में एक निर्माणाधीन मकान का खंभा गिर जाने से एक मजदूर रवि कुमार की मौत हो गई, जबकि हादसे में दो अन्य घायल हो गए. इस तरह खेत में जानवरों को चारा खिला रही एक महिला का लोहे की टिनशेड से गला कट जाने से मौत हो गई. टिनशेड खेत के पास बने शमशानगृह में लगी हुई थी.
बीकानेर में एक 14 साल की एक लड़की की शीतला गेट इलाके में उड़ते हुए टिनशेड की चपेट में आने से मौत हो गई, जबकि नाल थाना क्षेत्र में एक दीवार गिरने से एक मजदूर की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए.