अपनी तरह की पहली रणनीतिक वार्ता की शुरूआत करते हुए गुरुवार को भारत और अमेरिका ने रक्षा, आतंकवाद निरोध, शिक्षा, परमाणु ऊर्जा, कृषि और जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में अपना सहयोग मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई.
विदेश मंत्री एस एम कृष्णा और अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन के बीच विदेश मंत्रालय में रणनीतिक वार्ता शुरू हुई जबकि हिलेरी ने भारत को ‘उभरती वैश्विक ताकत’ की संज्ञा दी. हिलेरी ने कहा कि अमेरिका भारतीय सेना के आधुनिकीकरण के लिए प्रतिबद्ध है और अमेरिकी सेना भारतीय सेना के साथ अधिकाधिक संयुक्त अ5यास करेगी.
अमेरिकी विदेश मंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि दोनों देशों को आतंकवाद निरोध के क्षेत्र में बेहतर खुफिया भागीदारी के तौर पर सहयोग की जरूरत है क्योंकि दोनों देश ‘आतंकवादी गतिविधियों का शिकार’ हैं. कृष्णा ने कहा कि पारदेशीय आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए भारत और अमेरिका दोनों देशों को पहले से कहीं ज्यादा निकटता से सहयोग करने की जरूरत है, हालांकि इस खतरे का केंद्र भारत के पड़ोस में है.
उन्होंने कहा ‘पारदेशीय आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए भारत और अमेरिका दोनों देशों को पहले से कहीं ज्यादा निकटता से सहयोग करने की जरूरत है. इस खतरे का केंद्र भारत के पड़ोस में है, लेकिन यह खतरा पूरे विश्व में फैल गया है, जैसा हमने कुछ सप्ताह पहले टाइम्स स्क्वायर के मामले में देखा.’