बीजेपी की समर्थन वापसी के बाद उड़ीसा में राजनीतिक हलचल तेज हो गयी है. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने राज्यपाल से मुलाकात की जिसके बाद राज्यपाल ने उनसे कहा कि उन्हें सदन में बहुमत साबित करना होगा. बहुमत साबित करने की तारीख 11 मार्च तय की गई है.
उड़ीसा विधानसभा में बीजेपी के 32 विधायक हैं. दूसरी ओर नवीन पटनायक ने 74 से ज्यादा विधायकों के समर्थन के साथ राज्य विधानसभा में बहुमत हासिल होने का दावा किया. बीजेडी के 60 विधायक हैं. स्वतंत्र उम्मीदवार 6, सीपीआई 1, सीपीएम 1, एसयूसीआई 1, झारखंड मुक्ति मोर्चा 4 और एनसीपी के दो विधायकों ने फिलहाल पटनायक सरकार को समर्थन की मंजूरी दी है.
उधर बीजेपी के विधायक और सांसद दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं. आज दिल्ली में आडवाणी के साथ बीजेपी विधायकों और सांसदो की बैठक होनी है.