शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक के दौरान अकेले दम पर पार्टी के विधानसभा चुनाव लड़ने की मांग उठने को ज्यादा तवज्जो नहीं देते हुए कहा कि शीर्ष नेताओं द्वारा शुरू किया गया भगवा गठबंधन मजबूत है और इसमें किसी तरह की टूट नहीं पड़ी है.
एक पुस्तक विमोचन समारोह के इतर संवाददाताओं से बातचीत में उद्धव ने कहा, ‘शिवसेना-भाजपा गठबंधन दिवंगत बाल ठाकरे, अटल बिहारी वाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी की विरासत है. लिहाजा, दूसरों की राय का कोई मतलब नहीं है.’ भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में मांग उठी थी कि भाजपा को गठबंधन से अलग होकर अकेले ही विधानसभा चुनाव लड़ना चाहिए.
इससे पहले, उद्धव ने भाजपा की बैठक में उठी मांग की तरफ परोक्ष रूप से इशारा करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी के लोकसभा चुनाव में जीत के बाद लोगों के अच्छे दिन भले ही आ गए हों, पर उनके लिए तनाव बढ़ गया है.
उद्धव जिस पुस्तक के विमोचन समारोह में थे वह तनावमुक्त जीवन से संबंधित है. यह पुस्तक डॉ. पी बी रमानी ने लिखी है.