अंकों के लिये जारी चूहादौड़ में हार के चलते देश में विद्यार्थियों की खुदकुशी का एक मामला सामने आया है, जब विज्ञान स्नातक पाठ्यक्रम की एक मेधावी छात्रा ने अवसाद के चलते यहां जान दे दी.
पुलिस के मुताबिक वह अवसाद की शिकार थी, क्योंकि वह परीक्षा में महज एक फीसद अंकों की कमी से प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने से चूक गयी थी.
शहर के उषा नगर में रहने वाली बीएस.सी चतुर्थ सेमेस्टर की छात्रा प्रांजल शर्मा (19) ने 21 जुलाई की शाम जहर खा लिया था. अस्पताल में इलाज के दौरान कल 22 जुलाई को उसने दम तोड़ दिया.
पुलिस को शुरूआती जांच में पता चला है कि छात्रा के पिछले सेमेस्टर का परीक्षा परिणाम हाल ही में घोषित हुआ था. इसमें उसे 59 फीसद अंक मिले थे. वह अंकों के मामूली अंतर के कारण प्रथम श्रेणी से चूक जाने से बेहद दुखी थी. पिछली कक्षाओं में उसे 80 फीसद से ज्यादा अंक मिलते आ रहे थे.
पुलिस का फिलहाल मानना है कि कम अंकों को लेकर पैदा हुआ भारी अवसाद ही 19 वर्षीय छात्रा की खुदकुशी का कारण बना. वह हालांकि मामले की विस्तृत जांच कर रही है.