बेंगलुरु में समलैंगिक परेड में हिस्सा लेकर लौटे 21 साल के एक युवक का अपने पिता से झगड़ा हो गया, जिसके बाद उसने आत्महत्या कर ली.
अंग्रेजी अखबार 'द इंडियन एक्सप्रेस' में छपी खबर के मुताबिक, मृतक वामशी राजू इंजीनियरिंग स्टूडेंट था. सोमवार को गोकुला स्थित अपने घर में उसने कथित रूप से जहर खा लिया.
दरअसल, वामशी एलजीबीटी (लेस्बियन-गे-बायसेक्शुअल-ट्रांसजेंडर) के लिए आयोजित की गई एक 'प्राइड रैली' में हिस्सा लेने गया था. रैली में नाचते हुए उसकी तस्वीरें टीवी पर प्रसारित हो गईं, जिसे उसके पिता मुनिराजू ने भी देख लिया. वामशी जब घर लौटा तो उसके पिता ने उसे बुरी तरह डांटा, जिसके बाद उसने आत्महत्या कर ली.
पिता पर प्रताड़ित करने का आरोप
सेक्शुअल माइनॉरिटीज के लिए काम करने वाले संगठन 'संगमा' ने पिता पर वामशी को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.
संगमा के सदस्य मनोहर इलावारथी ने बताया, 'वामशी रैली में नाच रहा था. उसके विजुअल्स टीवी पर प्रसारित हुए. शाम के समाचार के समय उसके परिवार ने ये तस्वीरें देख लीं. रविवार रात जब वह घर लौटा तो उसका परिवार के साथ झगड़ा हुआ. अपने ही परिवार की ओर से खारिज किया जाना वह नहीं सह सका और सुसाइड कर लिया.'
संगमा संगठन का आरोप है कि परिवार ही वामशी की मौत का जिम्मेदार है और उन्होंने पुलिस से झूठ बोला है. पिछले हफ्ते भी उसके पिता ने उसे बुरी तरह पीटा था, जिसके बाद उसे अपने एक समलैंगिक दोस्त के घर में शरण लेनी पड़ी थी.
उसका समलैंगिकों से मिलना अखरता था फैमिली को
पिछले साल भी इसी वजह के चलते वामशी को दो महीने तक कॉलेज नहीं जाने दिया गया. मनोहर ने कहा कि पुलिस इन सब तथ्यों की जांच कर सकती है. उन्होंने दावा किया, 'वह बहुत ज्यादा उत्पीड़न से गुजर रहा था. उसका अपने समलैंगिक दोस्तों से मिलना उसके परिवार को पसंद नहीं था.'
डीएसपी संदीप पाटिल ने बताया कि वामशी मरने से पहले एक चिट्ठी छोड़ गया है, हालांकि इसमें उसके सेक्शुअल झुकाव से जुड़ी दिक्कतों का जिक्र नहीं है. उन्होंने बताया, 'हम अभी इस पहलू तक नहीं पहुंचे हैं. अगर कोई इस संबंध में शिकायत दर्ज कराएगा तो हम जरूरी कार्रवाई करेंगे. मां-बाप का कहना है कि यह आत्महत्या का मामला है और सुसाइड नोट भी ऐसा ही कहता है.'
इस चिट्ठी में वामशी ने लिखा है, 'मैं इसलिए सुसाइड कर रहा है क्योंकि वह न अच्छा स्टूडेंट था और न ही अच्छा बेटा और उसके मां-बाप उससे निराश थे.'