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भगोड़े Nirav Modi के करीबी सुभाष शंकर को CBI मिस्र से ले आई

केंद्रीय जांच एजेंसी CBI ने पीएनबी बैंक घोटाले के आरोपी नीरव मोदी के करीबियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. जांच एजेंसी ने हजारों करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के आरोपी भगोड़े नीरव मोदी के एक करीबी सुभाष सिंह को इजिप्ट (Egypt) से गिरफ्तार किया है.

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नीरव मोदी (File Photo)
नीरव मोदी (File Photo)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • पकड़े गए व्यक्ति अदालत में पेश कर हिरासत की मांग करेगी सीबीआई
  • 13 हजार करोड़ के पीएनबी बैंक लोन घोटाले का आरोपी है नीरव मोदी

सीबीआई ने पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के साथ हजारों करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के आरोपी भगोड़े नीरव मोदी के एक करीबी को इजिप्ट (मिस्र) से गिरफ्तार किया है. राजधानी काहिरा (Cairo) पकड़े गए शख्स को सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टीगेशन (CBI) की टीम मुंबई ले आई है. अब उसे कोर्ट में पेश कर जांच एजेंसी हिरासत की मांग करेगी.

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दरअसल, भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी पर पंजाब नेशनल बैंक को करीब 13 हजार करोड़ रुपए का लोन लेकर धोखाधड़ी करने का आरोप है. नीरव मोदी लंदन फरार हो गया था. इसके बाद लंदन की अदालत ने उसे वहां की जेल में बंद करने का आदेश दिया. भारत की जांच एजेंसी उसे लगातार देश वापस लाने की कोशिश कर रही है. ब्रिटेन की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट नीरव मोदी को भारत प्रत्यर्पण करने का आदेश दे चुकी है. लेकिन भारत की जेल में उसे दी जाने वाली सुविधाओं को लेकर कुछ मुद्दों पर चर्चा चल रही है.

गिरफ्तार किए गए नीरव मोदी के करीबी सुभाष शंकर को इजिप्ट की राजधानी काहिरा से पकड़ा गया है. सीबीआई मंगलवार सुबह उसे लेकर मुंबई आई है. 2018 में दर्ज हुए केस के बाद से ही सुभाष शंकर फरार चल रहा था. वह मिस्र के काहिरा में छिपा हुआ था. अब उसे मुंबई की सीबीआई अदालत में पेश कर हिरासत की मांग की जाएगी.

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सरकारी गवाह बन गया साला

बता दें कि इससे पहले नीरव मोदी के साले मयंक मेहता और उनकी पत्नी पूर्वी ने नीरव मोदी के खिलाफ चल रही जांच में ED को अहम जानकारियां देने का वादा किया था. वे सरकारी गवाह बन गए थे और अदालत ने मेहता के खिलाफ जारी सभी गैर-जमानती वारंट रद्द कर दिए थे.

अदालत ने मेहता दंपत्ति के खिलाफ ये वारंट 2018 में जारी किए थे. मेहता को ED को मामले से जुड़ी सभी जानकारी देने और इससे जुड़े सभी लोगों और रिश्तेदारों का अता-पता बताने के बाद सरकारी गवाह बनने की इजाजत दी गई थी. मेहता को डर था कि उनके भारत आते ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा. लेकिन अदालत के आश्वासन के बाद सिर्फ मेहता भारत लौटे और ED को जांच में सहयोग करने और सभी जानकारी देने पर हामी भरी.

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