पूर्व केंद्रीय मंत्री और BJP नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने JNU को लेकर एक विवादित बयान दिया है. स्वामी ने कहा कि उन्होंने JNU का नाम नेताजी सुभाषचंद्र बोस के नाम पर करने का प्रस्ताव दिया था, क्योंकि नेताजी पढ़े-लिखे आदमी थे, पर नेहरू 'थर्ड क्लास' पास थे.
'JNU में रहते हैं नक्सली व जेहादी'
सुब्रह्मण्यम स्वामी की जुबान नेहरू पर ही नहीं थमी. उन्होंने विवाद को आगे बढ़ाते हुए कहा, 'JNU में नक्सली, जेहादी और LTTE वाले रहते हैं. मैं तो छात्रों को ही नहीं, प्रोफेसर्स को भी नक्सली कहता हूं.'
स्वामी ने कहा कि जेएनयू कैंपस में एंटी नारकोटिक्स ब्यूरो को बनाया जाना चाहिए, साथ ही बीएसएफ की तैनाती भी होनी चाहिए. उन्होंने तर्क दिया कि अमेरिका में भी कई यूनिवर्सिटी में सुरक्षाबल तैनात रहते हैं.
स्वामी का यह बयान ऐसे वक्त में आया है, जब चर्चा है कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने उन्हें JNU के कुलपति पद की पेशकश की है. बताया जा रहा है कि स्वामी ने इस महत्वपूर्ण पद को स्वीकार करने के पहले कुछ शर्तें रखी हैं.
'पीएम को कोई नहीं रोक सकता'
रामलीला कमेटी विवाद के बारे में सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा, 'पीएम के रामलीला में जाने पर कोई नाराज होकर इस्तीफा देता है, तो देने दीजिए. इस्तीफा देना उनका हक है. पीएम को कहीं जाने से कोई नहीं रोक सकता.'