आईपीएल की कोच्चि टीम को लेकर उठे विवाद के कारण सुनंदा पुष्कर टीम से अपनी हिस्सेदारी को छोड़ सकती है. सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार सुनंदा पुष्कर अपने हिस्सेदारी को छोड़ने का एलान कर सकती है.
इससे पहले आज विदेश राज्य मंत्री शशि थरूर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह मिलने सात रेस कोर्स रोड पहुंचे. इस विवाद में थरूर ने कोच्चि टीम के वित्तीय पहलू से जुड़ी जो सफाई दी है, उससे कई नए सवाल पैदा हो गए हैं.
सवाल कोच्चि टीम में उनके रोल पर भी हैं और उनकी क़रीबी सुनंदा को मिले मुफ़्त के शेयर पर भी. सूत्रों के मुताबिक रॉन्देवू ने सुनंदा को जो फ्री इक्विटी शेयर दिए हैं, वो कंपनी एक्ट का उल्लंघन है.
फ्री शेयर देने के लिए कंपनी का कम से कम एक साल पुराना होना जरुरी है. मामले में दूसरा पेंच ये है कि फ्री इक्विटी शेयर 15 फीसदी से ज्यादा नहीं हो सकते. जबकि सुनंदा को 25 फ़ीसदी फ्री हिस्सेदारी दी गई. कंपनी एक्ट के सुनंदा को ये शेयर एक पार्टनर के तौर पर मिल ही नहीं सकते.