सुप्रीम कोर्ट ने सहारा समूह के प्रमुख सुब्रत रॉय को तिहाड़ जेल अदालत परिसर में रहने के लिए 15 और दिनों का कार्य विस्तार दिया है. सुब्रत रॉय इस परिसर में रहकर देश-विदेश में स्थित अपने होटलों और अन्य संपत्तियों को बेचकर 10,000 करोड़ रुपये जुटाने की कोशिश कर रहे हैं.
गौरतलब है कि सहारा समूह को यह राशि अदालत में जमा करनी है. यह निवेशकों को लौटाई जाने वाली बड़ी रकम का सिर्फ एक हिस्सा है, जो सहारा समूह की दो कंपनियों ने वैकल्पिक रूप से पूर्ण परिवर्तनीय डिबेंचरों (ओएफसीडी) के जरिए 2008-09 में निवेशकों से जुटाई थी.
राशि को जमा करने के बाद रॉय और उनकी कंपनी के दो निदेशकों को न्यायिक हिरासत से रिहा किया जाएगा. उन्हें अदालत के आदेश की अवहेलना करने के आरोप में चार मार्च को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया था.