कर्नाटक में जारी सियासी संकट के बीच मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अगर मंगलवार को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट नहीं हो पाता तो अदालत कल यानी बुधवार को मामले की सुनवाई करेंगे. इसके जवाब में बागी विधायकों की पैरवी कर रहे वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने कोर्ट से अपील की कि इस मामले को आज ही सुन लिया जाना चाहिए. मुकुल रोहतगी ने कहा कि स्पीकर रमेश कुमार रोज हमें मध्यरात्रि तक अलग-अलग प्रोग्राम देकर परेशान कर रहे हैं.
बता दें कि कर्नाटक के राजनीतिक संकट को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच जुबानी जंग चल रही है. बीजेपी स्पीकर से मांग कर रही है कि विश्वास मत पर वोटिंग जल्द से जल्द कराई जाए. इस मामले को लेकर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. अदालत में बागी विधायकों का पक्ष रख रहे वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि अदालत को इस मामले को आज ही सुनना चाहिए. कोर्ट में मंगलवार को कुछ तरह इस बहस हुई.
पहले मुकुल रोहतगी ने कहा कि स्पीकर बार-बार तारीख आगे बढ़ा रहे हैं. कल उन्होंने कहा कि वे मध्यरात्रि तक फ्लोर टेस्ट करवाएंगे, लेकिन अबतक ऐसा नहीं कर पा रहे है. इस मामले को आज सुना जाए.
कोर्ट- कल सुनेंगे
रोहतगी- आज ही सुन लीजिए, स्पीकर रोज हमें मध्यरात्रि तक अलग-अलग प्रोग्राम देकर परेशान कर रहे हैं.
सिंघवी- कंफीडेंस मोशन 18 को आया, चर्चा चल रही है, बीच मे वोटिंग कैसे करा दें?
सिंघवी- स्पीकर कैसे बीच में ही मतदान करा दें? सरकार को गिरना है तो आज गिरे या कल.
कोर्ट- ये हम नहीं तय करेंगे, हमें मतलब नहीं कि कब गिरे.
कोर्ट- स्पीकर आशावादी हैं कि आज चर्चा पूरी हो जाएगी. लिहाजा कल बुधवार को होगी सुनवाई.
इस बीच कर्नाटक विधानसभा में अभी विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा चल रही है. विधानसभा अध्यक्ष आर अशोक कुमार ने कांग्रेस के 12 बागी विधायकों को मंगलवार सुबह 11 बजे सदन में उपस्थित रहने के लिए समन भेजा था लेकिन उन्होंने निजी कारणों का हवाला देकर बेंगलुरु आने में असमर्थता जाहिर कर दी. बागी विधायकों ने स्पीकर से मुलाकात करने के लिए चार हफ्ते का समय मांगा है.