कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 20 भ्रष्ट जजों के नाम और न्यायपालिका में भ्रष्टाचार को लेकर चिट्ठी लिखने वाले कलकत्ता हाईकोर्ट के जज सीएस कर्णन को सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी किया है. सुप्रीम कोर्ट के 7 वरिष्ठ जजों ने जज सीएस कर्णन के खिलाफ अवमानना की कार्रवाई शुरू की है. 23 जनवरी को जस्टिस कर्णन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख न्यायपालिका में भ्रष्टचार पर कार्रवाई करने की अपील की थी.
ऐसा पहली बार हुआ है !
यह पहली बार है कि जब सुप्रीम कोर्ट ने किसी मौजूदा हाईकोर्ट जज पर इस तरह की कार्रवाई की है. वहीं बेंच ने जस्टिस कर्णन को उनके पास मौजूद सभी फाइलों को कलकत्ता हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार के पास जमा कराने को कहा है. सुप्रीम कोर्ट की तरफ से उन्हें 13 फरवरी तक नोटिस का जवाब देने को कहा गया है, इसी दिन मामले की अगली सुनवाई होगी. अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने कहा कि जज के खिलाफ एक्शन जरुर लेना चाहिये क्योंकि उन्होंने न्यायपालिका को बदनाम करने की कोशिश की है.
पहले भी रह चुके हैं विवाद में
जस्टिस कर्णन इससे पहले भी चर्चा में रह चुके हैं, उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के कोलेजियम द्वारा किये गये अपने ट्रांसफर को रोक दिया था उस समय वह मद्रास हाईकोर्ट में तैनात थे. जिसके बाद 12 फरवरी, 2016 को सुप्रीम कोर्ट ने उनके द्वारा दिये गये सभी निर्देशों पर रोक लगा थी.