12 जनवरी, 2018. ये तारीख इतिहास में याद की जाएगी. ऐसा पहली बार हुआ है कि सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा जजों ने देश की मीडिया को संबोधित किया हो. सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस चेलमेश्वर, जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस मदन लोकुर और जस्टिस कुरियन जोसेफ शामिल थे.
इस दौरान सुप्रीम कोर्ट में भ्रष्टाचार को लेकर उन्होंने कई तरह के सवाल दागे. पढ़ें प्रेस की सभी बड़ी बातें...
1. कभी-कभी होता है कि देश के सुप्रीम कोर्ट की व्यवस्था भी बदलती है. सुप्रीम कोर्ट का प्रशासन ठीक तरीके से काम नहीं कर रहा है, अगर ऐसा चलता रहा तो लोकतांत्रिक परिस्थिति ठीक नहीं रहेगी.
2. हमने इस मुद्दे पर चीफ जस्टिस से बात की, लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी.
3. अगर हमने देश के सामने ये बातें नहीं रखी और हम नहीं बोले तो लोकतंत्र खत्म हो जाएगा. हमने चीफ जस्टिस से अनियमितताओं पर बात की.
4. चार महीने पहले हम सभी चार जजों ने चीफ जस्टिस को एक पत्र लिखा था. जो कि प्रशासन के बारे में थे, हमने कुछ मुद्दे उठाए थे.
5. चीफ जस्टिस पर देश को फैसला करना चाहिए, हम बस देश का कर्ज अदा कर रहे हैं.
6. जजों ने कहा कि हम नहीं चाहते कि हम पर कोई आरोप लगाए.
7. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जज ने कहा कि एक मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में काम करने के लिए कई जजों का एक मत था लेकिन उस काम को दूसरे ढंग से किया गया.
8. यही पहली बार है कि सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा जज प्रेस कांफ्रेंस की हो. प्रेस कॉन्फ्रेंस में जस्टिस चेलमेश्वर, जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस मदन लोकुर और जस्टिस कुरियन जोसेफ शामिल थे.
#WATCH: Supreme Court Judge J.Chelameswar says, 'All 4 of us are convinced that unless this institution (Supreme Court) is preserved & it maintains its equanimity, democracy will survive in this country, or any country. pic.twitter.com/FBYSeLClH6
— ANI (@ANI) January 12, 2018