scorecardresearch
 

देशभर में शराब की बिक्री बैन करने को लेकर SC में जनहित याचिका दायर

बीजेपी नेता अश्वनी उपाध्याय ने याचिका दाखिल कर कहा कि जब से शराब की बिक्री देश में शुरू हुई गई तब से कोरोना के मामले में तेजी से बढ़ोतरी हुई हैं, लिहाजा शराब की बिक्री पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए.

Advertisement
X
सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

Advertisement

  • बीजेपी नेता अश्वनी उपाध्याय ने दायर की याचिका
  • कहा- शराब बिक्री के बाद कोरोना के मामले बढ़े

देश भर में शराब और बियर की बिक्री पर प्रतिबंध की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की गई है. बीजेपी नेता अश्वनी उपाध्याय ने याचिका दाखिल कर कहा कि जब से शराब की बिक्री देश में शुरू हुई गई तब से कोरोना के मामले में तेजी से बढ़ोतरी हुई हैं, लिहाजा शराब की बिक्री पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए.

अश्वनी उपाध्याय की ओर से दायर जनहित याचिका में ये भी मांग की गई है कि जिस तरह सिगरेट के पैकेट पर वैधानिक चेतावनी लिखी रहती है, उसी तरह से शराब के बोतल के 50 फीसदी हिस्से पर कम से कम वैधानिक चेतावनी लिखी जाए, जिसमें बताया जाए कि शराब पीने से क्या-क्या नुकसान होते हैं.

Advertisement

बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु हाई कोर्ट के उस फैसले को बदल दिया है जिसमें शराब की दुकानों को बंद करने का आदेश दिया गया था. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह तमिलनाडु सरकार पर है कि वो कैसे शराब बेचना चाहती है. शराब बिक्री का काम जमीन पर कैसे किया जाएगा, यह कोर्ट तय नहीं करेगा. यह राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र में आता है.

इससे पहले भी लॉकडाउन के बीच खोली गई शराब की दुकानों को फिर से बंद कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी. याचिका में कहा गया था कि दुकानों में शारीरिक दूरी जैसे नियम और बाकी मानदंड़ों का पालन नहीं किया जा रहा है. इस याचिका को खारिज करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करने से इनकार कर दिया था.

Advertisement
Advertisement