यौन उत्पीड़न के आरोप में सुप्रीम कोर्ट के एक और रिटायर जज फंसते हुए नजर आ रहे हैं. एक महिला वकील ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में रिटायर जज स्वतंत्र कुमार पर यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए जनहित याचिका दायर की. इस याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है और इस पर सुनवाई 15 जनवरी को होगी.
याचिका में पीड़िता ने जस्टिस स्वतंत्र कुमार के ऊपर लगे आरोपों की जांच के लिए एक पैनल के गठन की मांग की है साथ ही रिटायर जजों के खिलाफ शिकायत दर्ज न करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को भी चुनौती दी है.
दरअसल, इस महिला वकील का आरोप है कि 2011 में जब वह रिटायर जज के यहां लॉ इंटर्न थी तब स्वतंत्र कुमार ने उसका यौन उत्पीड़न किया. हालांकि उन्होंने इन आरोपों को खारिज किया है. रिटायर जज का कहना है कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप प्रेरित हैं.
आपको बता दें कि स्वतंत्र कुमार फिलहाल नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के चेयरमैन हैं.
पीड़ित वकील ने पिछले महीने ही चीफ जस्टिस पी सदाशिवम के पास शिकायत दर्ज कराई थी. जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि वह जज स्वतंत्र कुमार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर सकता क्योंकि वह रिटायर हो चुके हैं.
गौरतलब है कि हाल ही में जस्टिस एके गांगुली पर एक लॉ इंटर्न ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने उनके खिलाफ कोई सीधी कार्रवाई तो नहीं की पर बढ़ते दबाव के कारण जस्टिस गांगुली को पश्चिम बंगाल मानवाधिकार आयोग के चेयरमैन पद से इस्तीफा देना पड़ा था.