अयोध्या मुद्दे पर फैसला आने में जब एक हफ्ते से भी कम समय बचा है तो ऐसे में भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी सहित राजनीतिक नेताओं और धार्मिक संगठनों ने फिर से लोगों का आह्वान किया कि वे किसी भी स्थिति में शांति एवं संयम बनाए रखें. उन्होंने कहा कि आगे के कानूनी विकल्प खुले होंगे तथा मामला उच्चतम न्यायालय जाएगा.
लोगों को शरारती तत्वों के बहकावे में आने के प्रति आगाह करते हुए नेताओं ने जोर दिया कि फैसला आने के बाद यह किसी भी पक्ष के लिए मामले का अंत नहीं होगा और इसके बाद शीर्ष अदालत में जाया जाएगा.
आडवाणी ने कहा, ‘फैसला किसके पक्ष में जाता है इससे कोई फर्क नहीं पड़ता यह मामला उच्चतम न्यायालय जाएगा.’
उन्होंने कहा ‘मैंने संसदीय दल की बैठक में अपने पार्टी सांसदों से कहा कि मैं आपसे कयासबाजी न लगाने का आग्रह करूंगा. अदालत का फैसला आने के बाद हम इस पर फैसला करेंगे कि क्या प्रतिक्रिया होनी चाहिए.’
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने फैसले के बाद शांति बनाए रखने की जबर्दस्त अपील करते हुए कहा कि यदि फैसला किसी पक्ष के खिलाफ जाता है तो वह उच्चतम न्यायालय जाएगा.
उमर जम्मू में थे. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे कानून अपने हाथ में न लें और कहा कि वे शरारती तत्वों से सावधान रहें.
इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) ने लोगों से फैसले का सम्मान करने की अपील की और कहा कि यदि किसी पक्ष को आपत्ति हो तो वह उच्चम न्यायालय जा सकता है.