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पुलिस की कोर्ट में दलील, यौन शोषण करने का आदी है नारायण साईं

सूरत पुलिस ने नारायण साईं पर शिकंजा और भी कस दिया है. पुलिस ने कोर्ट में अर्जी दी है कि अगर 10 दिसंबर तक साईं सरेंडर नहीं करता है तो उसकी प्रॉपर्टी जब्त की जाएगी. इस बीच कोर्ट में साईं से जुड़े जो मामले सामने आ रहे हैं. वो हैरान करने वाले हैं.

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आसाराम के बेटे नारायण साईं
आसाराम के बेटे नारायण साईं

सूरत पुलिस ने नारायण साईं पर शिकंजा और भी कस दिया है. पुलिस ने कोर्ट में अर्जी दी है कि अगर 10 दिसंबर तक साईं सरेंडर नहीं करता है तो उसकी प्रॉपर्टी जब्त की जाएगी. इस बीच कोर्ट में साईं से जुड़े जो मामले सामने आ रहे हैं, वो हैरान करने वाले हैं.

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नारायण साईं को कोर्ट से अग्रिम जमानत ना मिल सके, इसके लिए सरकारी वकील ने कोर्ट में जो दलील पेश की है उसने संत का चोला पहने रहने वाले साईं को बेनकाब कर दिया है.

इसमें सबसे अहम है नारायण साईं के ही एक साधक का कबूलनामा. सरकारी वकील ने कोर्ट में साधक का 164 के तहत दर्ज मजिस्ट्रीयल बयान पेश किया है. जिसमें साधक ने कबूला है कि नारायण साईं को उसने एक साथ 9 लड़कियों को हवस का शिकार बनाते देखा है. नारायण साईं अक्सर ही सामूहिक तौर पर दुराचार किया करता था और बाद में जब वो कमरे की सफाई करने पहुंचा तो वहां बीयर की बोतलें भी मिलीं.

प्रसाद के नाम पर लड़कियों को दी जाती थी सेक्स वर्धक दवा
कोर्ट में पेश दलीलों के मुताबिक नारायण साईं का बाकायदा सिंडिकेट चलता था. जहां लड़कियों को हवस का शिकार बनाने के लिए फंसाया जाता था. लड़कियों को नारायण साईं के पास ले जाने से पहले दूध में गाय का घी डालकर और सेक्स वर्धक दवा मिलाकर दिया जाता था. गंगा और जमुना इसे लड़कियों को साईं का प्रसाद बताकर पिलाया करती थी.

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नारायण साईं ने मेरे पति को नपुंसक बनायाः पीड़िता
कोर्ट में एक महिला का बयान भी पेश किया गया. जिसमें उसने कहा है कि नारायण साईं उसे अपने पति को जबरन केले और कुछ जड़ी बूटियां खिलाने को कहता था ताकि उसका पति नपुंसक हो जाए और महिला को वह अपनी हवस का शिकार बना सके.

पुलिस सूत्रों कि मानें तो गंगा ने पुलिस को बयान दिया है कि नारायण साईं संतान प्राप्ति और तेजस्वी संतान के लिए बाकायदा शिविर लगाता था. जिसमें वह सुंदर और संपन्न महिलाओं को शिकार बनाता था. आसाराम इशारे के लिए अगर टॉर्च का इस्तेमाल करता था तो बेटा कोडवर्ड का इस्तेमाल करता था. नारायण जिस महिला को मलंग कहकर इशारा करता था उसे जमुना और गंगा को उसके पास लेकर जाना होता था.

नारायण साईं का कोर्डवर्ड
दोनों सेविकाएं महिला को गोपी और साईं को कृष्ण बताकर समर्पण के लिए तैयार कराती थीं और महिला के तैयार होने के बाद सेविकाएं नारायण साईं से कोडवर्ड बोलती थीं- भोग तैयार है.

नारायण साईं का एक और कोडवर्ड था तिलक लगाना- यानी लड़की का ब्रेन वॉश करना है. नारायण साईं के कोड तिलक मिटने ना पाए का मतलब था कि लड़की आश्रम से बाहर ना जाए. इन पांपों का भांडा फूटा तो बाबा फरार हो गया और पुलिस उससे समर्पण मांग रही है.

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