मध्य प्रदेश के बहुचर्चित भर्ती घोटाले में नाम सामने आने पर आरएसएस नेता सुरेश सोनी ने पहली बार चुप्पी तोड़ी है. सुरेश सोनी ने कहा है कि उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश की जा रही है.
सोनी ने कहा, 'यह केस छह महीने पहले कोर्ट में फाइल किया गया है. अब इसे नेशनल मीडिया में दिखाया जाना साजिश लगता है. कानून को अपना काम करना चाहिए.'
केस के बहाने उन्होंने मीडिया को भी नसीहत दी, 'इस मामले में मीडिया ट्रायल न करे. सत्य क्या है, ये अदालत में तय हो जाएगा.'
सोनी ने इस मामले में संघ के दिवंगत नेता केएस सुदर्शन का लिए जाने को भी दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है. उन्होंने कहा, 'इसमें सुदर्शन का नाम आना दुर्भाग्यपूर्ण है.
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भी शुक्रवार को कहा था कि कानून अपना काम करेगा, उन्हें किसी बात की चिंता नहीं है.
गौरतलब है कि संघ के दो बड़े चेहरों के नाम व्यापम घोटाले में आ चुके हैं. व्यापम के पूर्व परीक्षा नियंत्रक पंकज त्रिवेदी ने घोटाले में सबसे सनसनीखेज खुलासा किया है. त्रिवेदी के मुताबिक करीब दो हजार करोड़ रुपये के घोटाले में पूर्व सरसंघचालक केएस सुदर्शन और संघ के पदाधिकारी सुरेश सोनी भी शामिल थे.
बहरहाल, व्यापम घोटाले में सियासी बवाल अभी थमता नहीं नजर आ रहा है.
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