कर्नाटक के बेंगलुरु में बुधवार से शुरू हो रहे एयर शो के पहले ही मंगलवार को बड़ा हादसा हुआ है. यहां येलहांका एयरपोर्ट पर एयरशो के लिए जारी रिहर्सल के दौरान दो सूर्यकिरण टीम के दो हॉक विमान आपस में टकरा गए. इस हादसे में एक पायलट की मौत हो गई है. बता दें कि ये दोनों एयरक्राफ्ट रिहर्सल के दौरान उड़ान भर रहे थे, लेकिन जब ये आसमान में पहुंचे तो आपस में ही टकरा गए. आपस में टकराने के बाद जब विमान नीचे गिरे तो इनमें आग लग गई. इस हादसे में विंग कमांडर साहिल गांधी की मौत हुई है. जबकि विंग कमांडर वीटी शेल्के और स्क्वार्डन लीडर टीजे सिंह घायल हुए हैं.
हादसे के बाद जारी बेंगलुरु पुलिस के बयान के मुताबिक इस हादसे में एक नागरिक घायल हुआ है. दोनों पायलटों को निकाल लिया गया है. ये दोनों विमान येलहांका न्यू टाउन एरिया के पास गिरे हैं.
सूर्यकिरण विमान की खासियत....
- फरवरी 2015 में दोबारा एयर शो में शामिल हुआ
- विमान की रफ्तार साढ़े 400 से 500 किमी. के बीच
- HAL ने तैयार किया है सूर्यकिरण विमान
- 22 मई 1996 को सूर्यकिरण टीम का गठन किया गया
- सूर्यकिरण ने श्रीलंका से सिंगापुर तक 450 शो किए
- एयरो इंडिया 2011 में सूर्यकिरण ने अंतिम उड़ान भरी थी
5 दिन चलेगा एयर शो
द्विवार्षिक एयर शो 'एयरो इंडिया 2019' का आयोजन 20 से 24 फरवरी 2019 में बेंगलुरु में हो रहा है. इस पांच दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन भारतीय वायुसेना (IAF) के येलहांका एयरपोर्ट पर किया जाएगा. इस एयरो शो में वैश्विक और भारतीय एयरोस्पेस की प्रौद्योगिकीयों और उत्पादों को पेश किया जाएगा.
राफेल का होगा प्रदर्शन
गौरतलब है कि इस बार इस एयर शो पर इसलिए भी सभी की नजरें टिकी हैं, क्योंकि इस बार यहां राफेल विमान का प्रदर्शन भी होना है. राफेल विमान को लेकर बीते दिनों भारत में राजनीति चरम पर थी, इसके बावजूद वायुसेना का कहना है कि राफेल उनके लिए जरूरी है. ऐसे में जब एयर शो के दौरान यहां राफेल उड़ान भरेंगे तो हर किसी की नजर उसपर टिकी होगी.
#WATCH Two aircraft of the Surya Kiran Aerobatics Team crash at the Yelahanka airbase in Bengaluru, during rehearsal for #AeroIndia2019. More details awaited. pic.twitter.com/kX0V5O0n6R
— ANI (@ANI) February 19, 2019
आपको बता दें कि पहले चर्चाएं थीं कि इस बार का एयर शो बेंगलुरु की बजाय उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित किया जाएगा. लेकिन, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी की ओर से जताई गई आपत्ति के बाद इसे बेंगलुरु में ही आयोजित किया गया.