देश की दो बड़ी राजनेत्रियों का सिंगापुर जाने का कार्यक्रम है. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज 15 अगस्त को सिंगापुर की यात्रा पर जाएंगी तो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 17 अगस्त को वहां जाएंगी. सुषमा स्वराज की यात्रा के एजेंडा में सिंगापुर के साथ सहयोग बढ़ाना विशेषकर सरकार की महत्वाकांक्षी स्मार्ट सिटी परियोजना का क्रियान्वयन और दोनों देशों के बीच राजनयिक रिश्तों की 50वीं वर्षगांठ का जश्न मनाना शामिल है. अपनी तीन दिवसीय सिंगापुर यात्रा के दौरान सुषमा वहां के प्रधानमंत्री ली सिएन और विदेश मंत्री के. षणमुगम सहित शीर्ष नेताओं के साथ बैठक करेंगी.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सईद अकबरुद्दीन ने कहा कि स्वराज स्मार्ट सिटी परियोजना में सिंगापुर को शामिल करने की संभावना तलाशेंगी और यह भी देखेंगी कि क्या अन्य भारतीय शहरों के पुनरुद्धार में सिंगापुर भागीदारी कर सकता है या नहीं.
सिंगापुर आसियान समूह में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझीदार है और साथ ही यह भारत में एफडीआई का सबसे बड़ा स्रोत है जो पिछले वर्ष 5.9 अरब डॉलर रहा.
पिछले दशक में सबसे अधिक भारतीय निवेश आकर्षित करने में भी सिंगापुर अग्रणी देश रहा और वहां 4,000 से 4,500 भारतीय कंपनियों के कार्यालय हैं.
प्रवक्ता ने कहा कि स्वराज विभिन्न अन्य ढांचागत परियोजनाओं में सिंगापुर का सहयोग हासिल करने की भी कोशिश करेंगी. साथ ही वह सिंगापुर में जल संरक्षण व रीसाइक्लिंग परियोजनाओं की सफलता भारत में बड़े शहरों में दोहराने की भी संभावना तलाशेंगी.
पहली विदेश यात्रा पर जा रही हैं CM ममता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 17 अगस्त से छह दिवसीय सिंगापुर यात्रा पर जाएंगी. उनकी यह यात्रा सांस्कृतिक और व्यापारिक रिश्ते सुधारने के लिए सिंगापुर के निमंत्रण पर हो रही है. साल 2011 में पदभार संभालने के बाद से यह उनकी पहली विदेश यात्रा होगी. उनके साथ ‘बहुत उच्च स्तरीय’ सरकारी और व्यापारिक शिष्टमंडल जाएगा. वह इस मौके का इस्तेमाल राज्य में विदेशी निवेश आकर्षित करने के लिए करेंगी.
यात्रा के बारे में संवाददाताओं को जानकारी देते हुए राज्य के वित्त मंत्री अमित मित्रा ने कहा कि सिंगापुर के विदेश मंत्री के. षनमुगम ने रिश्तों में सुधार के लिए बनर्जी को आमंत्रित किया था और उन्होंने आमंत्रण स्वीकार कर लिया.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मजबूत रिश्ते बनाना चाहती हैं और वह सिंगापुर के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री से मुलाकात करेंगी. उन्होंने कहा कि सरकारी प्रतिनिधिमंडल में वित्त मंत्री, राज्य के प्रमुख सचिव और कुछ अन्य विभागों के सचिवों तथा एक सांसद शामिल होगा. उन्होंने सांसद का नाम नहीं बताया. मुख्यमंत्री के साथ जाने वाले व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल में बड़े उद्यमी शामिल होंगे. वे अपने खर्चे पर जाएंगे.