केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने बीजेपी नेता सुषमा स्वराज और अरुण जेटली पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके पास सरकारी प्रस्तावों की आलोचना करने का वक्त है पर बाढ़ प्रभावित उत्तराखंड का दौरा करने की फुर्सत नहीं है.
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने ट्वीट किया, ‘विपक्ष के माननीय नेताओं के पास सीबीआई की स्वायत्ता के मुद्दे पर सरकारी प्रस्तावों की आलोचना का वक्त है जबकि इन्हें सुप्रीम कोर्ट के समक्ष पेश किया जाना अभी बाकी है, पर उनके पास उत्तराखंड जाने की फुर्सत नहीं है.’ तिवारी ने लिखा, ‘संसद के दोनों सदनों में विपक्ष के नेताओं को क्या किसी ने देखा कि उन्होंने आपदा प्रभावित उत्तराखंड के लोगों के प्रति सहानुभूति व्यक्त की हो या वहां का दौरा किया हो? यह उस पार्टी के नेताओं की हरकत है जो कांग्रेस नेताओं के दौरों की आलोचना करती है.’
मंत्री ने कहा कि यदि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे की यह सलाह मान रहे थे कि आपदा प्रभावित क्षेत्र में किसी वीआईपी को दौरा नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे राहत और बचाव का काम प्रभावित होता है, तो फिर उनकी पार्टी के प्रमुख राजनाथ सिंह और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर यह बात लागू क्यों नहीं होती.