शुक्रवार को केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने हैदराबाद बम ब्लास्ट पर सफाई दी. उनके बयान पर विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने उन्हें आडे़ हाथों लिया.
गुरुवार को हुए हैदराबाद बम धमाकों पर गृहमंत्री की सफाई पर सुषमा ने कड़ी आपत्ति जताई. उन्होंने गृहमंत्री के बयान को रुटीन बयान करार देते हुए कहा कि राज्यों के भरोसे केंद्र नहीं रह सकता. आखिर खुफिया एजेंसियों के अलर्ट को सरकार ने क्यों गंभीरता से नहीं लिया.
सुषमा ने कहा कि हैदराबाद ब्लास्ट पर हमारे सवालों का गृहमंत्री ने जवाब नहीं दिया. उन्होंने सवाल खड़ा किया कि क्या इस घटना के बाद सरकार चेती है? सरकार को अफजल गुरु को फांसी देने के बाद अलर्ट रहना चाहिए था. क्या सिर्फ राज्य सरकारों के पास सूचना भेज देने भर से ही केंद्र सरकार की भूमिका खत्म हो जाती है.
सुषमा ने सरकार से ये भी पूछा कि क्या मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुसलमीन(एमआईएम) के विधायक अकबरूद्दीन औवेसी के भड़काऊ भाषण से तो इस धमाके का कनेक्शन नहीं है.
ये थी गृहमंत्री की सफाई
गृहमंत्री शिंदे ने सदन में कहा कि धमाके के दोषियों को नहीं बख्शा जाएगा. ब्लास्ट की जांच एनआईए कर रही है. आंध्र प्रदेश की पुलिस भी एनआईए का सहयोग कर ही है. उन्होंने बताया कि धमाकों में आईईडी का इस्तेमाल हुआ और विस्फोटक साइकिल पर रखा गया था. शिंदे ने बताया कि इस धमाके में 16 लोगों की जानें गई हैं.