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तबाही से निपटने में नाकाम उत्तराखंड सरकार को बर्खास्त किया जाएः सुषमा

बाढ़ और भूस्खलन के कारण आई तबाही से निपटने में उत्तराखंड सरकार पर नाकामी का आरोप लगाते हुए लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने सोमवार को मांग की कि राज्य की कांग्रेस सरकार को बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए. सुषमा ने ट्वीट किया है कि उत्तराखंड सरकार की आंखें समय रहते नहीं खुलीं, जिसकी वजह से उसे बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए. गौरतलब है कि भाजपा पहाड़ी राज्य में बचाव एवं राहत अभियानों के मुद्दे पर पहली बार विजय बहुगुणा सरकार के खिलाफ खुल कर सामने आई है.

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sushma swaraj
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बाढ़ और भूस्खलन के कारण आई तबाही से निपटने में उत्तराखंड सरकार पर नाकामी का आरोप लगाते हुए लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने सोमवार को मांग की कि राज्य की कांग्रेस सरकार को बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए. सुषमा ने ट्वीट किया है कि उत्तराखंड सरकार की आंखें समय रहते नहीं खुलीं, जिसकी वजह से उसे बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए. गौरतलब है कि भाजपा पहाड़ी राज्य में बचाव एवं राहत अभियानों के मुद्दे पर पहली बार विजय बहुगुणा सरकार के खिलाफ खुल कर सामने आई है.

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अब तक मुख्य विपक्षी दल के नेता कड़ी टिप्पणियों से बचते रहे थे और उन्होंने इस तबाही को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग तक ही स्वयं को सीमित रखा था.

इस मुद्दे पर केंद्र की यूपीए सरकार को भी आड़े हाथों लेते हुए सुषमा ने कहा है ‘दुर्भाग्य से दिल्ली में सरकार भी अपेक्षित नेतृत्व देने में नाकाम रही है.’ भाजपा नेता ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी के नेता इसलिए उत्तराखंड जाने से बच रहे हैं ताकि वहां राहत एवं बचाव कार्य प्रभावित न हो. बीजेपी की तरफ से गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड का दौरा करने वाले एकमात्र बड़े नेता हैं.

सुषमा ने कहा कि ‘हम इसलिए उत्तराखंड नहीं गए क्योंकि गृह मंत्री ने सार्वजनिक बयान में कहा है कि हमारे दौरे से बचाव अभियान प्रभावित होगा.’ मोदी के दौरे के बाद कांग्रेस और भाजपा में वाकयुद्ध शुरू हो गया था.

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कांग्रेस नेता राहुल गांधी उत्तराखंड गए लेकिन उनका दौरा इन खबरों के बाद विवादों में घिर गया कि उनके और एसपीजी के ठहरने की व्यवस्था करने के लिए आईटीबीपी के शिविर खाली कराए गए. मोदी के सहयोगियों की तरफ से इस तरह का कथित दावा किया गया कि उन्होंने उत्तराखंड में फंसे 15,000 गुजरातियों को दो दिन में बचाया. इसके बाद मोदी की भी चौतरफा आलोचना शुरू हो गई.

सुषमा ने कहा कि भाजपा नेता इसलिए बाढ़ प्रभावित राज्य नहीं गए क्योंकि गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा था कि ‘खुद उनके सहित किसी को भी कहीं भी जाने की अनुमति नहीं है.’ भाजपा नेता ने कहा ‘सच यह है कि 18 जून को जब मैंने गृह मंत्री से बात की थी और इस बारे में ट्वीट किया था तब ही मैंने त्रासदी की गंभीरता के बारे में आपको बता दिया था.’ सुषमा ने कहा कि अन्य दल जब केंद्र को उसकी खामियां बताते हैं तो वह उन पर राजनीति करने का आरोप लगा कर बचने की कोशिश करता है. लेकिन विपक्ष उसे ऐसा नहीं करने देगा.

उन्होंने कहा ‘जब हम जवाबदेही तय करते हैं तो आप इसे राजनीति कहते हैं. हम आपको आपकी गलतियां छिपाने के लिए यह रास्ता नहीं अपनाने देंगे.’ सुषमा ने कहा कि सरकार ने कुछ नहीं किया है. सभी बचाव अभियान सेना, वायुसेना और आईटीबीपी ने अपनी जान खतरे में डाल कर चलाए.

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भाजपा नेता ने कहा कि वह रक्षा एवं अर्धसैनिक बलों के प्रयासों की सराहना करती हैं.

उन्होंने कहा ‘आपकी राज्य सरकार ने क्या किया है? कुछ नहीं. लोग भूखे हैं. मरे हुए लोगों को लूटा जा रहा है और आप अपनी पीठ थपथपा रहे हैं. जो लोग संकट दूर नहीं कर सकते उन्हें एक दिन भी सरकार में बने रहने का अधिकार नहीं है.’

 

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