संसद का शीतकालीन सत्र कब शुरू होगा? सत्ता के गलियारों में इस सवाल को लेकर सस्पेंस बरकरार है. आम तौर पर शीतकालीन सत्र नवंबर के तीसरे हफ्ते में शुरू होता है. बीते साल ये सत्र 16 नवंबर से शुरू होकर 16 दिसंबर तक चला था. इस बार दो राज्यों में चुनावी प्रक्रिया जारी रहने की वजह से शीतकालीन सत्र को लेकर सरकार ने खामोशी ओढ़ रखी है. वहीं, विपक्ष की तरफ से भी सत्र को लेकर जिस तरह की सक्रियता दिखाई जानी चाहिए, वो नजर नहीं आ रही.
सूत्रों की मानें तो मोदी सरकार गुजरात विधानसभा चुनाव की वजह से संसद के शीतकालीन सत्र को दिसंबर के दूसरे हफ्ते से शुरू करने पर सोच रही है. गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए दो चरणों में, 9 और 14 दिसंबर को मतदान होना है. हिमाचल में गुरुवार को मतदान संपन्न होने के बाद अब पूरा फोकस गुजरात चुनाव पर आ गया है. गुजरात चुनाव प्रचार के लिए बीजेपी और कांग्रेस, दोनों ही पार्टियों के बड़े नेता व्यस्त रहने वाले हैं. ऐसे में दोनों ही पार्टियों ने संसद के शीतकालीन सत्र को लेकर चुप्पी साध रखी है.
बता दें कि बीजेपी और कांग्रेस के दिग्गज पिछले कई हफ्तों से गुजरात के ताबड़तोड़ दौरे कर रहे हैं. लेकिन गुजरात देश में अकेला राज्य नहीं है और बीजेपी और कांग्रेस के अलावा देश में और भी कई राजनीतिक दल हैं. संसद का शीतकालीन सत्र पूरे देश से जुड़ा सवाल है. ऐसे में सवाल उठ सकता है कि राज्य में चुनाव की वजह से संसद की अनदेखी क्यों?
सूत्र यह भी बताते हैं कि बजट सत्र फरवरी में होने वाला है इसलिए शीतकालीन सत्र होगा तो उसकी अवधि छोटी ही रहेगी. बीते साल 16 नवंबर से 16 दिसंबर तक चले शीतकालीन सत्र में 22 बैठकें हुई थीं. पिछले साल बजट सत्र की शुरुआत 1 फरवरी से हुई थी.
सूत्रों की मानें तो अभी तक संसदीय मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक भी नहीं बुलाई गई है. संभावना है कि अगले हफ्ते ये बैठक बुलाई जा सकती है. संसद सत्र शुरू करने से 15 दिन पहले सभी संसद सदस्यों को सूचना देनी होती हैं जिससे कि वे सत्र के लिए अपनी तैयारी पूरी कर लें. सभी सांसदो को संसद में में पूछे जाने वाले पूरक और लिखित सवाल लगभग 20 दिन पहले टेबल ऑफिस में भेजने होते हैं.अब देखना है कि संसद का शीतकालीन सत्र कब तक शुरू होता है.