पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर उन्हीं के कॉलेज की छात्रा के अपहरण का मुकदमा दर्ज हुआ है. अब इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के वकीलों ने मोर्चा खोल दिया है. सुप्रीम कोर्ट में वकीलों के ग्रुप ने लापता लॉ छात्रा की रिपोर्ट का संज्ञान लेने के लिए सीजेआई के समक्ष याचिका दायर की है.
वकीलों द्वारा हस्ताक्षरित एक पत्र याचिका में कहा गया कि पीड़िता ने स्वामी चिन्मयानंद पर लापता होने से पहले उत्पीड़न का आरोप लगाया था. याचिकाकर्ताओं ने कहा कि हम एक और उन्नाव केस नहीं चाहते.
बता दें कि 24 अगस्त की शाम शाहजहांपुर स्थित एसएस लॉ कॉलेज की एलएलएम की छात्रा ने एक वीडियो वायरल कर स्वामी पर शारीरिक शोषण व दुष्कर्म के आरोप लगाए थे. उसके बाद से वह लापता है. इससे पहले पुलिस अधीक्षक (एसपी) डॉ. एस. चिनप्पा ने बताया कि 22 अगस्त को स्वामी चिन्मयानंद के वॉट्सएप नंबर पर मैसेज आया, जिसमें उनसे पांच करोड़ की रंगदारी मांगी गई थी. उस प्रकरण में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था.
इसके बाद 24 अगस्त को एक वीडियो सामने आया, जिसमें एक छात्रा स्वामी पर आरोप लगा रही थी. छात्रा के परिजनों ने अपनी तहरीर में स्वामी चिन्मयानंद व अन्य लोगों पर वीडियो के आधार पर दुष्कर्म, शारीरिक शोषण और अपहरण समेत कई गंभीर आरोप लगाए थे.
गौरतलब है कि पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद 8 साल बाद फिर विवादों में फंस गए हैं. पहले उनकी शिष्या ने दुष्कर्म का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कराया था. इस बार उनके कॉलेज की छात्रा ने गंभीर आरोप लगाए. जून 2011 में उनकी शिष्या ने दुष्कर्म व शोषण का आरोप लगाते हुए कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था. वह मामला अभी विचाराधीन है.