scorecardresearch
 

स्वामी नित्यानंद का नया दावा- 2021 में खोलेंगे आपकी तीसरी आंख

गायों और बंदरों को तमिल और संस्कृत में बोलना सीखाने का दावा करने वाले स्वामी नित्यानंद ने वीडियो के जरिए एक और नया दावा किया है. उन्होंने 2021 में तीसरी आंख खोलने का दावा कर डाला.

Advertisement
X
स्वामी नित्यानंद का तीसरी आंख खोलने का दावा
स्वामी नित्यानंद का तीसरी आंख खोलने का दावा

Advertisement

सेक्स स्कैंडल मामले में आरोपी, आइंस्टीन जैसे वैज्ञानिक को गलत बताने, गायों के तमिल और संस्कृत बोलने और आम लोगों की तीसरी आंख खोलकर उन्हें ज्ञान देने जैसे दावे करने वाले संन्यासी नित्यानंद का एक नया वीडियो सामने आया है.

इस वीडियो में उन्होंने लोगों से कम से कम तीन साल नहीं मरने के लिए कहा है क्योंकि वो इस दौरान कुछ खास करने वाले हैं. यह लोगों के लिए बेहद कमाल की चीज होगी. लोग इससे दीवारों के पार देख सकेंगे.

स्वामी नित्यानंद इस वीडियो में दावा कर रहे हैं कि वो किसी भी शख्स की तीसरी आंख खोलने का हुनर जानते हैं, जिससे वो शख्स दीवार और धुंध में भी देख सकेगा. नित्यानंद का कहना है कि अगले तीन साल खुद को जिंदा रखिए क्योंकि ये साल कोई आम साल नहीं है. ये बहुत खास साल होंगे.

Advertisement
जानवर बोलेंगे संस्कृत और तमिल

इससे पहले स्वामी नित्यानंद सितंबर में तब चर्चा में आए थे जब उन्होंने दावा किया था कि वो गाय, बंदर और शेर की तमिल और संस्कृत में लोगों से बात करा सकते हैं. उन्होंने दावा किया था 'बंदर और गाय जैसे जानवरों, जिनमें ऐसे कई आंतरिक अंग नहीं हैं जो मनुष्य के पास हैं, लेकिन आध्यात्मिक प्रक्रिया के जरिए उनके अंदर वो अंग उत्पन्न किए जा सकेंगे जिन्हें मैं स्थापित करूंगा.' इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि वो वैज्ञानिक तौर पर भी इसे साबित कर सकते हैं.

उन्होंने आगे कहा, 'इस बात को रिकॉर्ड में रहने दें, मैं एक वर्ष के भीतर इसे साबित कर के दिखाऊंगा. मैं बंदर, शेर और बाघ के बोलने की नली (वोकल कॉर्ड) तैयार करूंगा.'

विवादित धर्मगुरुओं में से एक

इससे पहले नित्यानंद इस बात का भी दावा कर चुके हैं कि वो ध्यान के जरिए बड़े से बड़े रोगों का इलाज कर सकते हैं.

भारत के विवादित धर्मगुरुओं की सूची में नित्यानंद स्वामी का नाम प्रमुखता से आता है. बाबा उस वक्त सुर्खियों में आ गए थे जब 2010 में एक एक्ट्रेस के साथ आपत्तिजनक अवस्था में उनकी कथित सीडी एक टीवी चैनल पर प्रसारित की गई थी. फिलहाल उनके ऊपर कई मामले चल रहे हैं.

Advertisement

हालांकि, अब तक उन्हें दोषी नहीं ठहराया गया है. स्वामी नित्यानंद का जन्म पहली जनवरी 1978 को तमिलनाड़ु के थिरुनामलाई में हुआ था. नित्यानंद काफी छोटी उम्र में ही संन्यासी हो गए थे, बाद में उन्होंने अपनी एक संस्था बनाई जिसका नाम ध्यानपीतम है.

Advertisement
Advertisement