देश में स्वाइन फ्लू से 38 और लोगों की मौत हो गई है जिससे इस रोग से मरने वालों की संख्या 812 हो गई और इससे प्रभावित लोगों का आंकड़ा 13 हजार तक पहुंच चुका है. राजस्थान और गुजरात इससे सर्वाधिक बुरी तरह प्रभावित राज्य हैं, जहां मृतकों की संख्या क्रमश 212 और 207 हो चुकी है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 812 हो गई है, जबकि देश भर में 13 हजार 668 लोग H1N1 से पीड़ित हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि 20 फरवरी तक उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक स्वाइन फ्लू से पीड़ित लोगों की संख्या 12 हजार 963 रही, जबकि संक्रमण से मरने वालों की संख्या 774 थी. स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शनिवार की तुलना में नए मामलों की संख्या में कमी आई है.
जयपुर में चिकित्सा व स्वास्थ्य निदेशालय के एक अधिकारी के मुताबिक राजस्थान में स्वाइन फ्लू से सात और लोगों की मौत हो गई. जिन 4318 रोगियों को H1N1 के लिए पॉजीटिव पाया गया था, उनमें से 212 की एक जनवरी के बाद से मौत हो चुकी है. एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक गुजरात में दस और लोगों की बीमारी से मौत हो गई जिससे मरने वालों की संख्या 207 हो गई है.
महाराष्ट्र के लोक स्वास्थ्य मंत्री डॉ. दीपक सावंत के मुताबिक राज्य में रविवार को सात और लोगों की मौत हो गई जिससे राज्य में स्वाइन फ्लू से मरने वालों की संख्या 99 हो गई है. जम्मू कश्मीर में एक और व्यक्ति की स्वाइन फ्लू से मौत हो गई जिससे मरने वालों की कुल संख्या पांच हो गई है जबकि अब तक 119 लोगों को पॉजिटिव पाया गया है. उत्तराखंड में इस वर्ष तीन लोगों की स्वाइन फ्लू से मौत हो गई और इससे प्रभावित 14 लोगों का राज्य के विभिन्न अस्तपालों में इलाज चल रहा है.
ओडिशा में स्वाइन फ्लू से मरने वालों की संख्या तीन हो गई है. भुवनेश्वर में आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि एक निजी अस्पताल में इस बीमारी से 42 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई. कोलकाता में अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम बंगाल में इस बीमारी से एक बच्चे की मौत के साथ ही चार लोगों की जान जा चुकी है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य के दवा नियंत्रकों से कहा है कि सुनिश्चित करें कि दवा की दुकानें इसके लिए उपलब्ध दवाओं के बारे में लोगो को प्रमुखता से जानकारी दें. इस बारे में भारत के DGCI जीएन सिंह ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के दवा नियंत्रकों को सूचना भेज दी है. एक अन्य पत्र में DGCI ने राज्य दवा नियंत्रकों को निर्देश दिया है कि ‘स्वाइन फ्लू की दवा उपलबधता निगरानी प्रकोष्ठ’ का गठन करें जिसमें एक अधिकारी दवाओं और टीके की उपलब्धता पर नजर बनाए रखें.
भाषा से इनपुट