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बुनेर छोड़कर नहीं जाएंगें तालिबानी

स्वात घाटी के बाद तालिबान आतंकियों ने बुनेर में भी अपनी स्थिति मजबूत बना ली है. वे बुनेर में एक बड़ा बेस बना चुके हैं और किसी कीमत पर यहां से जाने को तैयार नहीं हैं.

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स्वात घाटी के बाद तालिबान आतंकियों ने बुनेर में भी अपनी स्थिति मजबूत बना ली है. वे बुनेर में एक बड़ा बेस बना चुके हैं और किसी कीमत पर यहां से जाने को तैयार नहीं हैं. पाकिस्तान के लिए यह बात इसलिए भी महत्व रखती है क्योंकि बुनेर राजधानी इस्लामाबाद से सिर्फ 100 किमी की दूरी पर है.

'द न्यूज' में प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि तालिबान की स्थायी मौजूदगी से निराश अवामी नेशनल पार्टी (एएनपी) के नेता बुनेर छोड़कर जाने लगे हैं. पश्चिमोत्तर सीमांत प्रांत में एएपी का ही शासन है. कबाइलियों की पंचायत जिरगा भी तालिबान आतंकियों को बुनेर से हटाने में असफल साबित हुई.

करीब दो हफ्ते पहले स्वात से तालिबान आतंकी बुनेर आए थे. सुल्तानवास गांव में उन्होंने एक व्यवसायी की तीन मंजिला इमारत पर कब्जा कर लिया. इसी इमारत का वे अपने मुख्यालय के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं.

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