गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर सियासी संग्राम जारी है. इस बार दो अलग-अलग खेमों से हमला हुआ है. केंद्रीय संचार मंत्री कपिल सिब्बल और प्रेस काउंसिल के अध्यक्ष मार्कंडेय काटजू ने मोदी पर निशाना साधा है. एक कहते हैं कि मोदी गलत बोलते हैं और दूसरे कहते हैं कि मोदी बोलते नहीं हैं.
मोदी बोलें तो भी बवाल, ना बोलें तो भी बवाल. जाने देश की सियासत में ये क्या हो गया है कि चाहे-अनचाहे नरेंद्र मोदी ही उसकी केंद्र में रहने लगे हैं.
हमेशा नरेंद्र मोदी के बयानों पर बवाल करने वाली कांग्रेस आजकल इस बात से खफा है कि मोदी कुछ बोलते ही नहीं. केंद्रीय संचार मंत्री कपिल सिब्बल थे तो कोलकाता में, पर उनका ध्यान ना जाने क्यों मोदी में ही अटका हुआ था. कह डाला कि मोदी तो किसी भी मुद्दे पर कुछ बोलते ही नहीं. ना शिक्षा पर रिफॉर्म की बात करते हैं, ना गैस की कीमत पर कुछ बोलते हैं.
मोदी पर दूसरा हमला हुआ प्रेस काउंसिल के अध्यक्ष मार्कंडेय काटजू की तरफ से. काटजू ने नाम तो नहीं लिया, लेकिन मोदी के हिंदू राष्ट्रवादी वाले बयान पर जमकर गुस्सा निकाला. काटजू बोले, देश में कोई हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई नहीं और जो ऐसे बोलता है, उससे देश को लड़ना चाहिए.