scorecardresearch
 

पेट्रोलियम मंत्री और तेल कंपनियों के बीच वार्ता विफल

पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा ने पेट्रोलियम कंपनियों की हड़ताल को लेकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की है.

Advertisement
X

पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा ने पेट्रोलियम कंपनियों की हड़ताल को लेकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की है. इससे पहले सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों के हड़ताली अधिकारियों और सरकार के बीच चल रही बातचीत गुरूवार देर रात विफल हो गई थी. अधिकारी अपने वेतन में तत्काल बढ़ोतरी किए जाने की मांग पर अड़े हुए हैं.

इस बीच हड़ताल के दूसरे दिन जारी रहने से देश भर में तेल की आपूर्ति पर खासा असर पड़ रहा है. नोएडा में पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा की हड़ताली अधिकारियों के साथ दो घंटे चली बैठक के बाद भारतीय तेल निगम के अध्यक्ष सार्थक बेहुरिया ने संवाददाताओं से कहा कि हमनें कुछ चर्चा की है, लेकिन किसी निष्कर्ष पर अभी पहुंचना बाकी है.

उल्‍लेखनीय है कि बृहस्‍पतिवार रात 11 बजे तक मुंबई की 70 फीसदी पेट्रोल पंप सूख चुके थे. दिल्ली की 425 पेट्रोल पंपों में 280 का स्टॉक खत्म हो चुका था. कोलकाता के तीस फीसदी पंपों में तेल नहीं था. चंडीगढ़ की 48 पंपों में से बृहस्‍पतिवार रात सिर्फ पांच पर तेल मिल रहा था. लखनऊ की 111 पेट्रोल पंपों में से 50 सूख चुके थे. भोपाल की 76 पंपों में से 51 में तेल नहीं है का बोर्ड लटका हुआ था. पटना की चालीस में से 15 पर ही तेल मिल रहा था. जयपुर की 28 में से 20 कल रात तक बंद हो चुके थे. नागपुर के 125 में से 100 पेट्रोल पंप बंद हैं. इंदौर का हाल भी ऐसा ही है, यहां के 128 पेट्रोल पंपों में 100 ने आउट ऑफ स्टॉक का बोर्ड लटका दिया है.

यह बैठक मध्य रात्रि के बाद करीब एक बजे समाप्त हुई. अधिकारियों ने बताया कि हड़ताली अधिकारी अंतिम व्यवस्था से पहले वेतन में बढ़ोतरी के लिए तत्काल अंतरिम कदम उठाने पर जोर दे रहे थे.

आयल सेक्टर्स आफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अमित कुमार ने कहा कि बातचीत किसी परिणति तक नहीं पहुंच पाई और हमारी कार्यवाही जारी है. उन्होंने कहा कि देवड़ा ने हमें आश्वासन दिया है कि वह हमारी ओर से उठाए गए मुद्दों को प्रधानमंत्री मनमोहन के समक्ष फिर रखेंगे और यह बातचीत जारी रहेगी.

Advertisement
Advertisement