तमिलनाडु की सीएम जयललिता को अस्पताल में भर्ती हुए दो हफ्ते हो गए. मुख्यमंत्री की बीमारी के बारे में अभी तक मिल रहे संकेतों के मुताबिक जयललिता को अभी कुछ और दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ सकता है. आखिर जयललिता की सेहत को लेकर इतनी गोपनीयता क्यों बरती जा रही है? सीएम को कौन सी ऐसी बीमारी है जिसे अस्पताल की ओर से जाहिर नहीं किया जा रहा है?
जयललिता की सेहत को लेकर उठ रहे सवालों और सोशल मीडिया पर जारी अफवाहों के बीच अपोलो अस्पताल ने 4 अक्टूबर को फिर से प्रेस रिलीज जारी कर सीएम की सेहत के बारे में जानकारी दी. अस्पताल के मुताबिक जयललिता को एक किस्म का इन्फेक्शन हुआ है जिसका इलाज चल रहा है. इस वजह से उन्हें अस्पताल में कुछ और दिन रहने की सलाह दी गई है. यहां अस्पताल ने यह साफ नहीं किया कि सीएम और कितने दिन अस्पताल में रह सकती हैं.
सीएम का इलाज करने लंदन से आए डॉक्टर!
अस्पताल का कहना है कि जयललिता पर इलाज का असर हो रहा है. उनकी सेहत के बारे में लंदन ब्रिज हॉस्पिटल के डॉक्टर रिचर्ड जॉन बील से सलाह ली गई है. डॉक्टर रिचर्ड 30 सितंबर को लंदन से चेन्नई पहुंचे और 2 अक्टूबर को वापस चले गए. डॉक्टर रिचर्ड इंटेंसिव केयर मैनेजमेंट, एक्यूट लंग कंडीशन, एक्यूट रेस्पाइरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम, मल्टीपल ऑर्गन फेल्योर, सेप्सिस और क्लिनिकल न्यूट्रिशन के विशेषज्ञ माने जाते हैं.
सीएम की सेहत को लेकर खबरें
अपोलो ने पहला बयान जयललिता के अस्पताल में भर्ती होने के अगले दिन ही जारी किया था. बताया गया कि जयललिता की हालत स्थिर है और डॉक्टर उनकी सेहत पर नजर रख रहे हैं. 25 सितंबर को अस्पताल ने बयान जारी कर उन अफवाहों पर विराम लगाने की कोशिश की कि जयललिता को बेहतर इलाज के लिए विदेश ले जाया जा रहा है.
दो दिन बाद सीएम जयललिता ने अस्पताल में ही कावेरी मसले पर अधिकारियों की बैठक ली. 29 सितंबर को जयललिता की पार्टी एआईएडीएमके की ओर से ट्वीट किया गया कि जयललिता पर दवाओं का असर हो रहा है लेकिन उन्हें कुछ और दिनों तक अस्पताल में रहना पड़ेगा. इसके अगले दिन राज्य में विपक्षी डीएमके के प्रमुख और पूर्व सीएम करुणानिधि ने जयललिता की तस्वीर के साथ आधिकारिक बयान जारी करने की मांग राज्य सरकार से की.
अफवाह फैलाने वाली पर एफआईआर
30 सितंबर को एआईएडीएमके ने ट्वीट किया कि जयललिता की सेहत के बारे में झूठी खबर फैलाने वाली एक महिला के खिलाफ चेन्नई पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. अगले दिन राज्यपाल सी विद्यासागर राव जयललिता को देखने अस्पताल गए. 2 अक्टूबर को अस्पताल ने बयान जारी कर लंदन से स्पेशलिस्ट डॉक्टर के आने और जयललिता के इलाज पर नजर रखने की बात कही थी.
पिछले साल भी बिगड़ी थी तबीयत
68 साल की जयललिता को फीवर और डिहाइड्रेशन की शिकायत के बाद बीते 22 सितंबर को चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था. पिछले साल जुलाई में भी जयललिता की सेहत इसी तरह खराब हो गई थी और बीमारी की वजह से वो एक इफ्तार पार्टी में शरीक नहीं हो सकी थीं. उस वक्त ऐसी भी खबरें आईं कि जयललिता को किडनी या लीवर से जुड़ी गंभीर बीमारी है और वो इसके इलाज के लिए विदेश जा सकती हैं.